तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा एक बार फिर अपने तीखे और विवादास्पद बयानों के कारण सुर्खियों में आ गई हैं। इस बार उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर एक बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जिसने देश की राजनीति में भूचाल ला दिया है।
अमित शाह पर महुआ मोइत्रा का विवादित बयान
महुआ मोइत्रा ने गृह मंत्री अमित शाह पर सीधा हमला बोलते हुए कहा है कि यदि वे बांग्लादेशी घुसपैठ को रोकने में विफल रहते हैं, तो उनका सिर काटकर प्रधानमंत्री की मेज पर रख देना चाहिए। मोइत्रा ने जोर देकर कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा सीधे तौर पर गृह मंत्रालय और गृह मंत्री की जिम्मेदारी है। उन्होंने प्रधानमंत्री के 15 अगस्त को लाल किले से दिए गए घुसपैठ पर भाषण का भी जिक्र किया, जहां अमित शाह पहली पंक्ति में बैठकर ताली बजा रहे थे। मोइत्रा का तर्क है कि गृह मंत्रालय देश की रक्षा करने में नाकाम रहा है, और इस विफलता के लिए गृह मंत्री को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
विवादित बयानों की पुरानी फेहरिस्त
महुआ मोइत्रा अपने बेबाक और अक्सर तीखे बयानों के लिए जानी जाती हैं, जो उन्हें अक्सर विवादों में घेर लेते हैं। उनके इस नए बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है, और विभिन्न हलकों से इसकी आलोचना हो रही है। यह पहली बार नहीं है जब मोइत्रा किसी ऐसे बयान के चलते सुर्खियों में आई हों। आइए, उनके कुछ प्रमुख पिछले विवादों पर एक नजर डालते हैं:
-
संसद में अपशब्द विवाद (2023)
साल 2023 में महुआ मोइत्रा ने लोकसभा में सत्ता पक्ष के एक सदस्य के लिए कथित तौर पर अपशब्द का इस्तेमाल किया था। इस घटना पर बीजेपी सांसदों ने उनसे माफी मांगने को कहा था। मोइत्रा ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने जिस शब्द का इस्तेमाल किया था, वह अरबी भाषा का है और उसका मतलब ‘पापी’ होता है, अपशब्द नहीं। हालांकि, यह मामला काफी गरमाया था।
-
पूर्व मुख्य न्यायाधीश पर टिप्पणी (2021)
2021 में, महुआ मोइत्रा ने लोकसभा में पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने न्यायपालिका की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे और गोगोई पर लगे यौन शोषण के आरोपों का जिक्र किया था, जिसके बाद सदन में काफी हंगामा हुआ था।
-
राष्ट्रीय महिला आयोग प्रमुख पर बयान (2024)
साल 2024 में, महुआ मोइत्रा ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा के एक वीडियो पर टिप्पणी की थी, जिसमें वह हाथरस भगदड़ स्थल पर एक व्यक्ति के साथ छाता लिए दिख रही थीं। मोइत्रा ने कहा था कि वह ‘अपने बॉस का पजामा संभालने में व्यस्त’ हैं। इस टिप्पणी को अपमानजनक मानते हुए महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी।
-
जैन समुदाय पर टिप्पणी (2022)
2022 में महुआ मोइत्रा ने लोकसभा में अहमदाबाद में मांसाहारी भोजन पर प्रतिबंध के संदर्भ में जैन समुदाय का जिक्र किया था। जैन समाज ने इस बयान को अपमानजनक माना था और कई पूर्व सांसदों ने इसकी निंदा करते हुए उनसे माफी की मांग की थी।
महुआ मोइत्रा के इन बयानों पर राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं लगातार आती रही हैं, जो उन्हें अक्सर विवादों के केंद्र में रखती हैं।