आजकल के दौर में जहां ‘सैयारा’ जैसे गाने युवाओं के एहसासों को छू रहे हैं और उन पर खूब मीम्स भी बन रहे हैं, वहीं हिंदी सिनेमा का एक स्वर्णिम काल ऐसा भी था, जब ऐसे गीत बने जिन्हें गाते हुए गायक भी अपने जज्बातों पर काबू नहीं रख पाते थे। बात जब देश के शीर्ष प्लेबैक सिंगर्स की आती है, तो महान गायक Mohammad Rafi का नाम सबसे ऊपर चमकता है। उन्होंने हर शैली के गाने गाए हैं, चाहे वह ‘तुमने मुझे देखा होकर मेहरबान’ जैसे धीमे रोमांटिक गीत हों या ‘जिया हो जिया हो’ और ‘चाहे कोई मुझे जंगली कहे’ जैसे जोशीले डांस नंबर। मगर एक गाना ऐसा भी था जिसे गाते वक्त वह खुद अपने जज्बात काबू में नहीं रख पाए और रिकॉर्डिंग के दौरान ही खूब रोए थे।
जब माइक पर छलक पड़े थे रफी साहब के आंसू
Mohammad Rafi साहब जब भी गाते थे, पूरे दिल से गाते थे। यह स्वाभाविक था कि गाते समय वे भावनात्मक हो सकते थे। ऐसा ही कुछ हुआ जब वे फिल्म ‘नील कमल’ (Neel Kamal) का एक मशहूर गाना गा रहे थे। वे तब अपने आंसू रोक नहीं पाए थे। यह रोमांटिक फिल्म 1968 में रिलीज हुई थी, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया था। फिल्म की कहानी और संगीत दोनों ही अनोखे थे। फिल्म का गाना ‘Babul Ki Duaen Leti Ja’ आज भी हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बना हुआ है, जिसे Waheeda Rehman पर फिल्माया गया था। यह गाना अक्सर शादियों में विदाई के समय बजाया जाता है और हमारे कल्चर का अभिन्न अंग बन गया है। यह वाकई एक बेहद Emotional Song है।
गाना और रफी साहब की भावनाएं
यह गाना किसी को भी रुला सकता है, लेकिन इससे जुड़ी एक दिलचस्प बात यह है कि खुद Mohammad Rafi इस गाने की रिकॉर्डिंग के दौरान रो पड़े थे। इसका कारण जावेद अख्तर ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘गायक के लिए यह गाना वास्तव में दिल से जुड़ा हुआ था। इसका कारण यह था कि रफी साहब की बेटी की शादी हाल ही में हुई थी जब वह इस गाने को गाने आए थे। वह माइक पर रो रहे थे। दिल से निकली चीजों का गहरा असर होता है।’
गीत के बोल और संगीत के जादूगर
‘Babul Ki Duaen Leti Ja’ का संगीत रवि ने दिया था और इसके बोल साहिर लुधियानवी ने लिखे थे। फिल्म ‘नील कमल’ (Neel Kamal) का निर्देशन राम महेश्वरी ने किया था। फिल्म के मुख्य कलाकारों में राज कुमार, Waheeda Rehman, मनोज कुमार और बलराज साहनी शामिल थे। यह Emotional Song बलराज साहनी और Waheeda Rehman पर फिल्माया गया था, जिसने इसे और भी यादगार बना दिया। इस गाने ने Mohammad Rafi के करियर में एक खास मुकाम हासिल किया और आज भी यह श्रोताओं के दिलों में जगह बनाए हुए है।