उत्तर प्रदेश प्रीमियर लीग (UP T20 League) क्रिकेट जगत में उभरती प्रतिभाओं को मंच देने के लिए जाना जाता है, लेकिन हाल ही में इस लीग पर मैच फिक्सिंग का काला साया मंडरा गया है। एक सनसनीखेज खुलासे ने पूरे टूर्नामेंट में हड़कंप मचा दिया है, जिसमें एक टीम के मैनेजर को करोड़ों रुपये का ऑफर देकर मैच फिक्स करने की कोशिश की गई। यह पूरा षडयंत्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के जरिए रचा गया। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और कैसे इस साजिश का पर्दाफाश हुआ।
काशी रुद्रास टीम के मैनेजर को मिला ₹1 करोड़ का ऑफर
मामला यूपी टी-20 लीग 2025 से जुड़ा है, जहां काशी रुद्रास टीम के मैनेजर अर्जुन चौहान को एक अज्ञात फिक्सर ने संपर्क किया। जानकारी के मुताबिक, इस फिक्सर ने अर्जुन चौहान को सोशल मीडिया के माध्यम से 1 करोड़ रुपये की पेशकश की। आरोप है कि फिक्सर चाहता था कि टीम का एक खास खिलाड़ी उसकी तय की गई रणनीति के अनुसार प्रदर्शन करे, ताकि मैच का परिणाम प्रभावित किया जा सके।
हालांकि, अर्जुन चौहान ने इस भ्रष्ट प्रस्ताव को तुरंत ठुकरा दिया और इसकी जानकारी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को दी। उनकी इस सजगता ने एक बड़ी साजिश को सामने आने से रोक दिया।
इंस्टाग्राम पर ऐसे बुना गया फिक्सिंग का जाल
BCCI की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि संदिग्ध यूजर ‘vipss_nakrani’ नामक इंस्टाग्राम आईडी से लगातार अर्जुन चौहान से संपर्क साधने की कोशिश कर रहा था। यह सिलसिला 19 अगस्त की रात 11:12 बजे शुरू हुआ। शुरुआत में यूजर ने प्रमोशन कराने की बात कही, जिसके बाद उसने कॉल करने का प्रयास किया। धीरे-धीरे बातचीत आगे बढ़ी और फिर सीधा मैच फिक्स करने का प्रस्ताव रख दिया गया।
फिक्सर ने अर्जुन से कहा कि इस काम के लिए उन्हें 1 करोड़ रुपये मिलेंगे, जिसमें से 50 लाख रुपये वे अपने पास रख सकते हैं। रकम अमेरिकी डॉलर में ऑनलाइन ट्रांसफर करने की बात भी कही गई थी, जिससे इस गिरोह की अंतरराष्ट्रीय जड़ों का भी संकेत मिलता है।
BCCI और पुलिस ने शुरू की जांच
इस गंभीर मामले की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (Anti-Corruption Unit) के क्षेत्रीय सत्यनिष्ठा प्रबंधक हरदयाल सिंह चंपावत ने दर्ज कराई है। वह एंटी करप्शन यूनिट, मध्य क्षेत्र जयपुर में पदस्थ हैं और फिलहाल लखनऊ में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। चंपावत ने अर्जुन चौहान की सजगता की सराहना करते हुए बताया कि BCCI ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए गहन जांच शुरू कर दी है।
इसके साथ ही, लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही टीम मैनेजर अर्जुन चौहान के बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके अलावा, डिजिटल साक्ष्यों की बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस फिलहाल संदिग्ध यूजर की पहचान और उसकी लोकेशन का पता लगाने की कोशिश कर रही है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि इस जांच में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं, जो क्रिकेट में सट्टेबाजी और फिक्सिंग के बड़े नेटवर्क को उजागर कर सकते हैं।