ईंधन की बढ़ती कीमतों के दौर में, अच्छी माइलेज देने वाली कार हर किसी की पहली पसंद होती है। आज हम आपको भारत में उपलब्ध कुछ सबसे ज़्यादा माइलेज देने वाली कारों के बारे में बताएँगे, जो ARAI द्वारा प्रमाणित हैं।
1. टोयोटा हायराइटर और मारुति ग्रैंड विटारा (हाइब्रिड): 27.97 किमी/लीटर
हाइब्रिड तकनीक के साथ, टोयोटा हायराइटर और मारुति ग्रैंड विटारा 27.97 किमी/लीटर का शानदार माइलेज देते हैं। ये दोनों ही भारत की सबसे ज़्यादा माइलेज देने वाली SUV हैं। इनमें 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन और एक इलेक्ट्रिक मोटर का कॉम्बिनेशन है, जो मिलकर 116 हॉर्सपावर की ताकत प्रदान करते हैं।
2. होंडा सिटी हाइब्रिड: 27.26 किमी/लीटर
होंडा सिटी हाइब्रिड भारत की सबसे ज़्यादा माइलेज देने वाली सेडान कार है। इसका 27.26 किमी/लीटर का माइलेज इसे खास बनाता है। इसमें भी 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर का कॉम्बिनेशन है, जो 126 हॉर्सपावर की ताकत देते हैं। यह भारत की एकमात्र ऐसी हाइब्रिड कार है जो E20 फ्यूल (20% इथेनॉल मिक्स पेट्रोल) के लिए भी सर्टिफाइड है।
3. मारुति सुजुकी सिलेरियो: 26 किमी/लीटर
मारुति सुजुकी सिलेरियो भारत की सबसे ज़्यादा माइलेज देने वाली पेट्रोल कारों में से एक है। इसका 1.0-लीटर, 3-सिलेंडर पेट्रोल इंजन 69 हॉर्सपावर की ताकत देता है। 5-स्पीड AMT गियरबॉक्स के साथ यह 26 किमी/लीटर का माइलेज प्रदान करता है। इसका कम वज़न (810-835 किलोग्राम) इसके बेहतर माइलेज का एक मुख्य कारण है। एंट्री लेवल LXi MT मॉडल 25.24 किमी/लीटर का माइलेज देता है।
4. मारुति सुजुकी स्विफ्ट: 25.75 किमी/लीटर
मारुति सुजुकी स्विफ्ट में डिजायर वाला ही 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन है। डिजायर के मुकाबले इसका वज़न थोड़ा कम होने की वजह से इसका माइलेज ज़्यादा है। AMT गियरबॉक्स के साथ यह 25.75 किमी/लीटर का माइलेज देती है, जबकि मैन्युअल गियरबॉक्स के साथ इसका माइलेज 24.8 किमी/लीटर है।
5. मारुति सुजुकी डिजायर: 25.71 किमी/लीटर
मारुति सुजुकी डिजायर में नया 1.2-लीटर Z सीरीज पेट्रोल इंजन लगा है जो 82 हॉर्सपावर और 112Nm टॉर्क देता है। 5-स्पीड AMT गियरबॉक्स के साथ यह कार 25.71 किमी/लीटर का माइलेज देती है। मैन्युअल गियरबॉक्स के साथ इसका माइलेज थोड़ा कम, 24.79 किमी/लीटर है। इसका 1 टन से कम वज़न भी इसके ज़्यादा माइलेज का एक कारण है।
यह जानकारी ARAI द्वारा प्रमाणित आंकड़ों पर आधारित है। वास्तविक माइलेज ड्राइविंग शैली, सड़क की स्थिति और अन्य कारकों पर निर्भर करता है।