घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली का दौर जारी है। अगस्त F&O सीरीज की एक्सपायरी के दिन भी बाजार में दबाव देखने को मिला। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की ओर से लगातार बिकवाली ने बाजार के सेंटीमेंट पर नकारात्मक असर डाला है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि ये हालात लंबे समय तक नहीं रहने वाले हैं। तो क्या बाजार क्रैश की ओर बढ़ रहा है या यह एक बड़े कमबैक की तैयारी है?
विदेशी निवेशकों की बिकवाली: बाजार पर दबाव
बाजार को अनिश्चितता पसंद नहीं है। एक प्रमुख वित्तीय संस्थान के CIO और फाउंडिंग पार्टनर, गुरमीत चड्ढा ने कहा कि अगर भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक समझौतों को लेकर सकारात्मक संकेत मिलते हैं, तो FIIs खुद वापस आना शुरू कर देंगे। यह भी गौर करने वाली बात है कि हाल ही में टैरिफ लागू होने के बाद बाजार में गिरावट दर्ज की गई।
घरेलू निवेशकों का अटूट भरोसा: बाजार में ‘आत्मनिर्भरता’
एक तरफ जहां विदेशी निवेशक बिकवाली कर रहे हैं, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) की ओर से कैश सेगमेंट में लगातार खरीदारी का दौर जारी है। दिग्गज निवेशक मधु केला इस बढ़ते घरेलू निवेश को एक बेहद सकारात्मक संकेत मान रहे हैं। उनके मुताबिक, घरेलू निवेशकों ने बाजार पर अपना भरोसा जताया है और सही मायने में शेयर बाजार आत्मनिर्भरता के मामले में एक अग्रणी संकेतक बन गया है। उनका मानना है कि विनिर्माण से लेकर शेयर बाजार तक, देश के लिए हर मामले में आत्मनिर्भर होना सही है। भले ही कोई बाहरी कंपनी भारत में आकर विनिर्माण करे, लेकिन अगर वह भारतीय लोगों को सेवाएं और नौकरियां दे रही है, तो यह भी हमारे लिए अच्छा है।
28 अगस्त 2025: FII और DII के आंकड़े
गुरुवार, 28 अगस्त 2025 को संस्थागत निवेशकों के आंकड़े जारी किए गए:
- विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs): इस दिन FIIs ने कैश सेगमेंट में 17,742.69 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, लेकिन 21,599.20 करोड़ रुपये की बिकवाली भी की। इस प्रकार, FIIs इस दिन कैश सेगमेंट में नेट 3,856.51 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे।
- घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs): घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इस दिन कैश सेगमेंट में 17,391.44 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 10,471.10 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इस तरह, DIIs की ओर से इस दिन कैश सेगमेंट में नेट 6,920.34 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी देखने को मिली।
अगस्त महीने का अब तक का हाल
अगस्त महीने में फिलहाल एक और ट्रेडिंग सेशन बाकी है। इस महीने अब तक FII ने कैश सेगमेंट में नेट 38,590.26 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की है। यह लगातार दूसरा महीना होगा जब विदेशी निवेशकों की ओर से शुद्ध बिकवाली देखने को मिली है। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों की ओर से इस महीने अब तक 83,340.91 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी देखने को मिली है।
गुरुवार को बाजार का हाल: प्रमुख सूचकांकों में गिरावट
गुरुवार को सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी दबाव रहा। दिनभर के कारोबार के बाद निफ्टी बैंक करीब 1% फिसलकर बंद हुआ। सेक्टोरल फ्रंट पर, IT और रियल्टी इंडेक्स सबसे ज्यादा फिसले, जबकि FMCG, PSE और फार्मा इंडेक्स भी गिरावट के साथ बंद हुए।
- सेंसेक्स: 706 अंक गिरकर 80,081 के स्तर पर बंद हुआ।
- निफ्टी: 211 अंक गिरकर 24,501 के स्तर पर बंद हुआ।
- निफ्टी बैंक: 630 अंक गिरकर 53,820 के स्तर पर बंद हुआ।
- निफ्टी मिडकैप इंडेक्स: 719 अंक गिरकर 56,048 के स्तर पर बंद हुआ।
यह स्पष्ट है कि जहां विदेशी निवेशक बाजार पर दबाव बना रहे हैं, वहीं घरेलू निवेशक मजबूती से खड़े हैं। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह खींचतान बाजार को किस दिशा में ले जाती है।
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