रचित प्रिंट्स (Rachit Prints) के शेयर आज भारी डिस्काउंट के साथ स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हुए। ₹149 का शेयर ₹119.20 पर खुला, जिससे निवेशकों को लिस्टिंग पर ही 20% का नुकसान हुआ। पहले ही कारोबारी दिन में शेयर लोअर सर्किट पर पहुंच गया, और आईपीओ निवेशकों को कुल 24% का घाटा झेलना पड़ा। यह Rachit Prints IPO निवेशकों के लिए एक निराशाजनक शुरुआत रही।
भारी डिस्काउंट पर लिस्टिंग, निवेशकों को झटका
मैट्रेस इंडस्ट्री के लिए विशेष फैब्रिक बनाने वाली रचित प्रिंट्स (Rachit Prints) के शेयरों की आज (8 सितंबर 2025) BSE के SME प्लेटफॉर्म पर लिस्टिंग हुई। कंपनी ने अपने IPO के तहत ₹149.00 प्रति शेयर के भाव पर शेयर जारी किए थे, लेकिन आज यह ₹119.20 पर लिस्ट हुआ। इसका मतलब है कि निवेशकों को IPO listing के समय ही 20% का नुकसान हुआ। लिस्टिंग के तुरंत बाद शेयर टूटकर ₹113.25 के लोअर सर्किट पर आ गए और इसी भाव पर बंद भी हुए। पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर, IPO निवेशकों को कुल 24% का घाटा हुआ। इस तरह की लिस्टिंग ने Share Market में IPO निवेशकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
IPO से जुटाए गए पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल?
रचित प्रिंट्स का ₹19.50 करोड़ का IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 1-3 सितंबर तक खुला था और इसे कुल 1.97 गुना सब्सक्राइब किया गया था। योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) का हिस्सा 1.00 गुना (एक्स-एंकर), गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) का हिस्सा 1.25 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.74 गुना भरा था। इस SME IPO के तहत ₹10 फेस वैल्यू वाले 13.09 लाख नए शेयर जारी किए गए। इन शेयरों से जुटाए गए पैसों में से ₹4.40 करोड़ प्लांट और मशीनरी की खरीद पर, ₹1.32 करोड़ लोन चुकाने पर, ₹9.50 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों पर, और बाकी रकम सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों पर खर्च की जाएगी।
रचित प्रिंट्स के बारे में
वर्ष 2003 में स्थापित रचित प्रिंट्स (Rachit Prints) मैट्रेस इंडस्ट्री के लिए खास तरह के फैब्रिक का निर्माण करती है। इसका बिजनेस मॉडल B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस) है, यानी यह प्रिंटेड और निटेड फैब्रिक्स ऐसे ग्राहकों को बेचती है जो इसे आगे रीसेल करते हैं या अपने प्रोडक्ट्स बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। कंपनी स्लीपवेल (Sleepwell), कुरलॉन (Kurlon) और प्राइम कंफर्ट प्रोडक्ट्स जैसे प्रमुख ब्रांड्स के लिए उत्पाद बनाती है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में निटेड फैब्रिक, रैप निट, प्रिंटेड फैब्रिक और फ्लेम रेजिस्टेंस फैब्रिक शामिल हैं। यह कंपनी एक महत्वपूर्ण SME IPO प्लेयर है।
कंपनी की वित्तीय सेहत कैसी है?
कंपनी की वित्तीय सेहत की बात करें तो, इसमें लगातार मजबूती देखी गई है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा ₹32 लाख था, जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर ₹2.03 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹4.56 करोड़ हो गया। इसी अवधि के दौरान, कंपनी की कुल आय सालाना 12% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹41.78 करोड़ पर पहुंच गई। कंपनी पर कर्ज की स्थिति भी नियंत्रित दिखती है; वित्त वर्ष 2023 के अंत में ₹14.79 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के अंत में ₹6.38 करोड़ की तुलना में वित्त वर्ष 2025 के अंत में यह ₹9.23 करोड़ रहा। यह डेटा कंपनी की वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है, बावजूद इसके कि IPO listing निराशाजनक रही। निवेशक भविष्य में Stock Market में इसके प्रदर्शन पर नजर रखेंगे।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। शेयर बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले हमेशा किसी योग्य वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। हमारी तरफ से किसी भी निवेश के लिए कोई प्रत्यक्ष सलाह नहीं दी जाती है।