भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में, निसान मैग्नाइट ने अपनी एक खास जगह बनाई है। यह कॉम्पैक्ट SUV सिर्फ निसान की बिक्री को ही नहीं बढ़ा रही, बल्कि अपने सेगमेंट में कई ‘क्लास-लीडिंग’ फीचर्स के साथ ग्राहकों को भी खूब लुभा रही है। चाहे बात टर्बो इंजन की हो या फिर इंटीरियर में मिलने वाले बेहतरीन फीचर्स की, कम कीमत में भी यह SUV एक शानदार पैकेज प्रदान करती है।
ऐसे में, हमने भी इस लोकप्रिय SUV के नए मॉडल का लगभग 2000 किलोमीटर का एक लंबा ड्राइविंग टेस्ट किया। इस विस्तृत टेस्ट में मैग्नाइट की परफॉर्मेंस, माइलेज और अलग-अलग सड़क परिस्थितियों में इसकी क्षमता की गहराई से पड़ताल की गई। यदि आप भी इस SUV को खरीदने का मन बना रहे हैं, तो हमारी यह विस्तृत टेस्ट ड्राइव रिपोर्ट आपके लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकती है।
निसान मैग्नाइट: ₹6.14 लाख से शुरू
यह जानकारी वर्तमान बाजार मूल्य के आधार पर है। सटीक मूल्य जानने के लिए अपने नज़दीकी डीलर से संपर्क करें।
सफरनामा: खराब सड़कों से एक्सप्रेसवे तक
हमारी मैग्नाइट के साथ इस लंबी यात्रा की शुरुआत भोपाल से ग्वालियर के लिए हुई। हमने इस सफर के लिए बिना टोल वाला ग्रामीण मार्ग चुना, जिसकी दूरी लगभग 450 किलोमीटर थी। इस रास्ते में विदिशा, सिरोज, कुरवई, मुंगावली, चंदेरी, पिछोर, दतिया और डबरा जैसे शहर आए। भोपाल से दतिया तक का रास्ता सिंगल रोड था और बारिश के कारण काफी खराब हो चुका था। ग्रामीण इलाकों की वजह से गायों और लोगों की आवाजाही भी बहुत थी, और सड़क पर अचानक गड्ढे आ रहे थे।
इन खराब सड़कों पर मैग्नाइट की परफॉर्मेंस वाकई एक चुनौती थी। अलॉय व्हील होने के कारण जब टायर गड्ढे में जाता था, तो उसका अहसास कार के अंदर होता था। हालांकि, कार सड़क पर इतनी मजबूती से पकड़ बनाए रही कि सिंगल सड़क होने के बावजूद इसने कभी भी नियंत्रण नहीं खोया। लगभग 10 घंटे के नॉन-स्टॉप सफर के बाद भी, गाड़ी चलाने से कोई खास थकान महसूस नहीं हुई, जो मैग्नाइट की आरामदायक ड्राइविंग क्षमता को दर्शाता है।
ग्वालियर से भोपाल लौटने के लिए हमने शिवपुरी, गुना वाले NH 46 का इस्तेमाल किया। यह लगभग 450 किलोमीटर लंबा फोर-लेन हाईवे था, जिससे सफर आसान हो गया और हमने इसे महज 6 घंटे में पूरा कर लिया। खास बात यह रही कि 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर भी कार सड़क पर बेहद स्थिर और सुरक्षित महसूस हुई, जिससे सुरक्षा का पूरा अहसास हुआ।
पहाड़ी रास्तों पर मैग्नाइट का दम-खम
मैग्नाइट की हमारी दूसरी यात्रा भोपाल से ओंकारेश्वर के लिए थी। इस रूट में सीहोर, आष्टा, सतवास, पुनासा और फिर ओंकारेश्वर आया। आष्टा के बाद इस रास्ते की खूबसूरती मन मोह लेने वाली थी, जो हरे-भरे जंगलों और घुमावदार रास्तों से भरा था। यह रूट कार की हैंडलिंग का बेहतरीन टेस्ट था। अचानक आने वाले अंधे मोड़ों पर गाड़ी की स्पीड को नियंत्रित करना बेहद आसान और मजेदार रहा। मैग्नाइट ने यहां अपना पूरा दम-खम दिखाया; इन टेढ़े-मेढ़े रास्तों पर भी SUV का मिजाज काफी नर्म रहा। स्टीयरिंग की ग्रिप और हल्के इशारे से कार का मुड़ जाना, इन सभी बातों में मैग्नाइट पूरी तरह खरी उतरी।
ओंकारेश्वर से उज्जैन का सफर इंदौर और देवास वाले रूट से तय किया गया। रास्ते में चोरल की घाटी पर लगे लंबे जाम ने ड्राइवर और कार दोनों के धैर्य की परीक्षा ली। पहाड़ी रास्ते पर चढ़ाई के दौरान इतना लंबा जाम था कि महज 9 किलोमीटर का सफर तय करने में 2 घंटे लग गए। हालांकि, कार के हिल होल्ड और ट्रैक्शन कंट्रोल जैसे फीचर्स ने इस मुश्किल सफर को भी काफी आसान बना दिया। वहीं, उज्जैन से भोपाल लौटने के दौरान 200 किलोमीटर का सफर सिर्फ 3 घंटे में ही तय हो गया।
आसान रास्तों पर भी बरकरार रही बादशाहत
निसान मैग्नाइट के साथ हमारा तीसरा लंबा सफर भोपाल से नर्मदापुरम का रहा। यह पूरा रूट NH46 पर था, जिससे ड्राइविंग काफी आसान रही। इस रूट पर हमने लोकप्रिय भीमबेटका का भी दौरा किया, जो मुख्य सड़क से लगभग 4 किलोमीटर अंदर था। छोटी सड़क होने के बावजूद कार की पोजीशनिंग जबरदस्त रही। सड़क से नीचे उतरने पर भी कार के अंदर बैठे किसी भी पैसेंजर को इस बात का अहसास नहीं होता कि सड़क पर कोई हलचल हुई है। वहीं, नर्मदापुरम के लोकप्रिय सेठानी घाट तक कार आसानी से पहुंच गई। कहने को इस इलाके में दुकानों के चलते काफी भीड़भाड़ रहती है, साथ ही सड़क पर उतार-चढ़ाव भी थे, लेकिन हिलहोल्ड फीचर की मदद से यह सफर भी काफी आरामदायक रहा। कुल मिलाकर, मुश्किल सफर तय कर चुकी मैग्नाइट इस आसान सफर के दौरान भी बेहद बेहतर नजर आई।
फीचर्स जो बनाते हैं सफर को लाजवाब
हमने निसान मैग्नाइट को 9,658 किलोमीटर से 11,594 किलोमीटर तक दौड़ाया, यानी कुल मिलाकर 1,936 किलोमीटर का सफर तय किया। लगभग 2000 किलोमीटर के इस सफर के दौरान कार की खूबियां और कुछ खामियां दोनों सामने आईं। साथ ही, इस कार के कई ऐसे फीचर्स भी थे जिन्होंने सफर को मजेदार और आसान बनाया:
- इसके टॉप मॉडल में टिल्ट स्टीयरिंग और एडजस्टेबल ड्राइवर सीट मिलती है, जिससे ड्राइवर अपनी सुविधा के अनुसार स्टीयरिंग और सीट की ऊंचाई को एडजस्ट कर सकता है।
- क्रूज कंट्रोल का फीचर हाईवे पर सफर को बेहद आसान बनाता है, जिससे आप बेहतर माइलेज भी निकाल सकते हैं।
- घाटी के सफर के दौरान ट्रैक्शन कंट्रोल काफी मददगार साबित हुआ। सभी फीचर्स के एक्टिव और डीएक्टिव होने की जानकारी MID (मल्टी-इंफॉर्मेशन डिस्प्ले) पर मिलती है।
- कार में शानदार म्यूजिक सिस्टम मिलता है।
- 360 डिग्री कैमरा कार को बैक करने में बहुत आसानी प्रदान करता है। आप बिना देखे ही चारों तरफ की रियल-टाइम एक्टिविटी डिस्प्ले पर देख सकते हैं।
क्या हैं मैग्नाइट की कुछ कमियां?
हर गाड़ी की तरह मैग्नाइट में भी कुछ कमियां देखने को मिलीं:
- ड्राइविंग के दौरान कई बार इसका CVT (ऑटोमैटिक) ट्रांसमिशन हल्का अटकता या खिंचता हुआ महसूस हुआ।
- ब्रेकिंग थोड़ी कमजोर लगी। इसके लिए आपको ब्रेक पैडल को ज्यादा तेजी से और गहराई तक पुश करना पड़ा। हाईवे पर तेज रफ्तार के दौरान यह एक बड़ी खामी महसूस हुई।
- एक अन्य खामी कार की LED हेडलाइट्स भी रहीं। वैसे तो इनकी रोशनी भरपूर है, लेकिन जब आपके सामने से कोई दूसरी LED लाइट वाली कार आती है, तो एक ‘ब्लाइंड स्पॉट’ बन जाता है, जिससे विजिबिलिटी पर असर पड़ता है।
माइलेज: क्या कंपनी के दावे पर खरी उतरी मैग्नाइट?
यहां आपको थोड़ी निराशा हाथ लग सकती है। दरअसल, कंपनी के दावे के मुताबिक टर्बो पेट्रोल CVT मॉडल हाईवे पर 18 किलोमीटर प्रति लीटर से ज्यादा का माइलेज देता है, लेकिन हमारे रियल माइलेज टेस्ट के दौरान ऐसा नहीं रहा। हाईवे पर इस कार ने 15 किलोमीटर प्रति लीटर से थोड़ा ज्यादा माइलेज दिया, जबकि शहर के अंदर यह माइलेज लगभग 10 किलोमीटर प्रति लीटर के आसपास का रहा।
मैग्नाइट में 40 लीटर का फ्यूल टैंक मिलता है, लेकिन 30 लीटर पेट्रोल में भी MID पर इसके सारे पॉइंट फुल नजर आते हैं। ऐसे में कार के अंदर कितना पेट्रोल है, इसका सही अंदाजा लगाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इसलिए, यदि आप ऐसे रास्ते पर जा रहे हैं जहां पेट्रोल पंप की संभावना कम है, तो कार में पूरा पेट्रोल डलवाकर ही निकलें।
हमारा अंतिम फैसला: क्या आपको खरीदनी चाहिए निसान मैग्नाइट?
कुल मिलाकर, निसान मैग्नाइट भारत में मिलने वाली एक ऐसी कॉम्पैक्ट SUV है जो एक मिडिल क्लास ग्राहक की लगभग हर जरूरत को पूरा करती है। इसकी दमदार परफॉर्मेंस के सामने आप इसके माइलेज की कमी को शायद भूल जाएंगे, खासकर जब आपको महज ₹6,14,000 की शुरुआती कीमत में ऐसी शानदार SUV मिल रही हो। इतना ही नहीं, मैग्नाइट को ग्लोबल NCAP में 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है।
भारतीय बाजार में फीचर्स और कीमत के हिसाब से यह अपनी कैटेगरी में रेनो काइगर, किआ सोनेट, हुंडई वेन्यू, मारुति ब्रेजा और महिंद्रा XUV 3XO जैसे मॉडलों की तुलना में काफी किफायती है। यदि आप कम कीमत में एक फीचर्स-पैक्ड, सुरक्षित और दमदार कॉम्पैक्ट SUV चाहते हैं, तो निसान मैग्नाइट निश्चित रूप से आपकी विचार सूची में होनी चाहिए।