भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों ने हाल ही में सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, जिससे निवेशकों के बीच जबरदस्त उत्साह है। शुक्रवार को हुई इस बंपर तेजी ने पीली धातु को 1,04,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंचा दिया, जबकि चांदी ने भी 1,20,000 रुपये प्रति किलोग्राम का आंकड़ा पार कर लिया। यह उछाल वैश्विक बाजारों में बढ़ती मांग और मजबूत निवेशक खरीदारी का सीधा परिणाम है।
कीमतों में क्यों आई यह जबरदस्त तेजी?
सोने और चांदी की कीमतों में इस जोरदार उछाल के पीछे कई प्रमुख कारण जिम्मेदार हैं। वैश्विक बाजार में धातुओं की बढ़ती मांग एक मुख्य वजह है, साथ ही निवेशकों द्वारा सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने और चांदी की जमकर खरीदारी की जा रही है। घरेलू बाजार में देखें तो यह तेजी ग्लोबल मार्केट की मजबूती और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की कमजोरी के चलते और तीव्र हो गई है। व्यापार शुल्क संबंधी चिंताओं ने भी इस तेजी को हवा दी है, क्योंकि ऐसे समय में निवेशक सोने को एक सुरक्षित ठिकाना मानते हैं।
एमसीएक्स पर रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन
शुक्रवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने और चांदी दोनों ने शानदार प्रदर्शन किया। बाजार बंद होने से कुछ घंटे पहले इनमें तेज बढ़त दर्ज की गई। सोने के वायदा अनुबंध 10 ग्राम के हिसाब से 1,600 रुपये से अधिक चढ़कर एक नया रिकॉर्ड स्तर 1,03,760 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए। यह गुरुवार की क्लोजिंग कीमत से 1.6% से भी अधिक की बढ़त थी। इसी तरह, चांदी वायदा भी 1,900 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक की छलांग लगाकर नए लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गए, जिसमें 1.6% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
विशेषज्ञों की राय: क्या है आगे की रणनीति?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी में यह तेजी जारी रह सकती है। रुपये में गिरावट और व्यापार शुल्क संबंधी लगातार बनी चिंताओं को देखते हुए, वे निवेशकों को खरीदारी की रणनीति अपनाने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि आने वाले समय में भी इन कीमती धातुओं में मजबूती बनी रहने की पूरी संभावना है, जिससे निवेशकों को और अधिक फायदा मिल सकता है।
जो निवेशक इन धातुओं में निवेश की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह समय महत्वपूर्ण हो सकता है। हालांकि, किसी भी निवेश से पहले बाजार विशेषज्ञों की सलाह और गहन शोध आवश्यक है ताकि आप सही और सूचित निर्णय ले सकें।