कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी की सुरक्षा व्यवस्था पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने गंभीर सवाल उठाए हैं। CRPF ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी को अलग-अलग पत्र लिखकर उनकी विदेश यात्राओं के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन का आरोप लगाया है। यह मामला देश की शीर्ष VIP security के प्रोटोकॉल से जुड़ा है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है।
CRPF का क्या है आरोप?
CRPF ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि राहुल गांधी को उच्चतम स्तर की ‘जेड+’ सुरक्षा प्राप्त है, जिसमें उन्हें एडवांस सिक्योरिटी लाइजन कवर भी मिलता है। इसके बावजूद, बल ने बताया कि राहुल गांधी ने अपनी कई विदेश यात्राओं के दौरान अनिवार्य सुरक्षात्मक उपायों का पालन करने में असमर्थता जताई। सूत्रों के अनुसार, CRPF ने 10 सितंबर को भेजे गए इन पत्रों में कहा कि सुरक्षा नियमों की ऐसी अनदेखी वीवीआईपी सुरक्षा व्यवस्था की प्रभावशीलता को कमजोर करती है और उन्हें संभावित जोखिमों के प्रति संवेदनशील बना सकती है।
किन देशों की यात्राओं का जिक्र?
CRPF के पत्र में राहुल गांधी की इटली, वियतनाम, दुबई, कतर, लंदन और मलेशिया सहित कई देशों की विदेश यात्राओं का विशेष रूप से जिक्र किया गया है। इन यात्राओं के दौरान ही कथित तौर पर security protocols का उल्लंघन किया गया। बल ने भविष्य की यात्राओं के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने की अपील की है। यह मुद्दा Rahul Gandhi security से सीधा जुड़ा है और राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पहले भी उठ चुके हैं सवाल
यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी की सुरक्षा व्यवस्था जांच के दायरे में आई है। इससे पहले भी सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसे मामलों को उजागर किया है, जहां उन्होंने कथित तौर पर स्थापित प्रोटोकॉल की अनदेखी की। ऐसे में बार-बार security lapse के आरोपों ने संभावित खतरों को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ‘Z+’ सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति को प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होता है, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
आगे क्या?
CRPF द्वारा लगाए गए इन आरोपों के बाद कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की तरफ से क्या प्रतिक्रिया आती है, यह देखना अहम होगा। देश के प्रमुख नेताओं की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की ढिलाई न केवल उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। इसलिए, VIP security के नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।