प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां के खिलाफ कथित अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने राहुल गांधी से सार्वजनिक माफी की मांग की, और प्रदर्शनकारी कई कार्यकर्ताओं के साथ हिरासत में भी लिए गए।
यह पूरा मामला तब गरमा गया जब बिहार में चल रही कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया। यह घटना तेजी से एक बड़े राजनीतिक विवाद में बदल गई, जिसके बाद देशभर के कई राज्यों में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए जोरदार प्रदर्शन किए।
दिल्ली में भाजपा का जोरदार प्रदर्शन
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में, बीजेपी ने इस मामले को लेकर कांग्रेस मुख्यालय के बाहर आज (शनिवार) को एक बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया। प्रदर्शन का नेतृत्व दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने किया, जिन्होंने आरोप लगाया कि एक राजनीतिक मंच से प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मां के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की गईं, जहां राहुल गांधी भी प्रचार कर रहे थे।
राहुल और सोनिया गांधी से माफी की मांग
कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लहराए और राहुल गांधी से तत्काल माफी की मांग की। वीरेंद्र सचदेवा ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा, ‘यह अपराध माफी के लायक नहीं है। राहुल गांधी और सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री के खिलाफ इस्तेमाल की गई गाली-गलौज की भाषा के लिए माफी मांगनी चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की दिवंगत माता का अपमान करना देश की हर मां का अपमान है। सचदेवा ने सोनिया गांधी और प्रियंका वाड्रा से सवाल किया कि वे इसे कैसे स्वीकार कर सकती हैं, जबकि वे स्वयं भी मां हैं।
प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए कई नेता
प्रदर्शन के दौरान पुलिस को सख्त रवैया अपनाना पड़ा। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। बाद में, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, सांसद कमलजीत शेरावत और पार्टी के कई अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
स्मृति ईरानी ने क्या कहा?
बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘राजनीति में मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन इतना भी नहीं होना चाहिए कि मर्यादा की सीमाएं लांघ दी जाएं।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री का पद हमारे देश की संवैधानिक गरिमा का प्रतीक है और यह करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। ईरानी ने आगे कहा कि किसी की मां का अपमान करना हमारी भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह पूरा विवाद बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर शुरू हुए प्रचार अभियान से जुड़ा है। दरभंगा में कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान एक सभा आयोजित की गई थी। इसी सभा के मंच से प्रधानमंत्री मोदी और उनकी दिवंगत मां के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणियां की गईं।
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें अभद्र टिप्पणियां मंच से एक शख्स द्वारा की जा रही थीं। वीडियो में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और तेजस्वी यादव भी नजर आ रहे थे, हालांकि वे तीनों उस वक्त मंच पर मौजूद नहीं थे जब ये टिप्पणियां की गईं।