हाल ही में अभिनेता Ali Goni अपनी गर्लफ्रेंड Jasmin Bhasin को लेकर एक बार फिर चर्चा में हैं। धर्म से जुड़े विवादों और ऑनलाइन ट्रोलिंग ने इस कपल को घेरे रखा है। अली गोनी पर पाखंडी होने के आरोप लग रहे थे, जिसके बाद उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी है और जैस्मिन भसीन के अबाया पहनने के पीछे की सच्चाई उजागर की है।
जैस्मिन के अबाया पहनने पर अली गोनी का स्पष्टीकरण
यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब Ali Goni को गणेश चतुर्थी समारोह के दौरान ‘गणपति बप्पा मोरया’ का नारा न लगाने पर ऑनलाइन ‘religious trolling’ का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद, 2023 में अबू धाबी की Sheikh Zayed Mosque में Jasmin Bhasin का अबाया पहने हुए एक पुराना वीडियो फिर से वायरल होने लगा। नेटिज़न्स ने अली पर जैस्मिन पर अपनी धार्मिक भावनाएं थोपने का आरोप लगाया, जिससे एक नई बहस छिड़ गई। अली ने इन आरोपों का करारा जवाब दिया है और इस ‘Abaya controversy’ पर अपनी बात रखी है।
अबू धाबी मस्जिद में अबाया पहनने की सच्चाई
फिल्मीज्ञान से बात करते हुए, Ali Goni ने उन झूठे दावों को खारिज कर दिया जिनमें कहा गया था कि उन्होंने जैस्मिन को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जैस्मिन और उनकी बहन को अबू धाबी स्थित Sheikh Zayed Mosque में प्रवेश करने के लिए अबाया पहनना पड़ा था। अली के मुताबिक, “जैस्मिन और मेरी बहन जब वहां गईं तो उन्हें एंटर नहीं करने दिया, तो उनके पास से अबाया खरीदा, वो पहनकर एंटर किया।” उन्होंने बताया कि लोगों ने इस घटना को तोड़-मरोड़कर पेश किया, जिससे ऐसा लगे कि अली जैस्मिन को धार्मिक स्थल पर ले गए और उन्हें अबाया पहनाया। जबकि सच्चाई यह थी कि बिना अबाया के मस्जिद में प्रवेश की अनुमति नहीं थी और इसे वहीं से खरीदना पड़ा था। अली इस बात से निराश हैं कि उनके ‘गणपति जप’ विवाद को Jasmin Bhasin के 2023 के मुद्दे से बेवजह जोड़ा गया।
पारस्परिक सम्मान है रिश्ते की नींव
मस्जिद में जैस्मिन के अबाया पहनने के अलावा, इस जोड़े की रोजा रखने को लेकर भी आलोचना हो रही थी। Ali Goni ने इन अफवाहों का भी खंडन किया कि उन्होंने जैस्मिन से रोजा रखने के लिए कहा था। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे दोनों एक-दूसरे की धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हैं और कभी भी एक-दूसरे पर कोई दबाव नहीं डालते। अपने चार साल पुराने रिश्ते का जिक्र करते हुए अली ने कहा कि अगर उनके बीच इस तरह की समझ नहीं होती, तो Jasmin Bhasin उनके साथ इतने लंबे समय तक नहीं रहतीं। अली गोनी का कहना है कि वह अपने धर्म का पालन करते हैं और दूसरे धर्मों का अनादर नहीं करते, जैसा कि कुरान में भी लिखा है।
यह पूरा विवाद इस बात को उजागर करता है कि सोशल मीडिया पर किसी भी जानकारी को साझा करने या उस पर प्रतिक्रिया देने से पहले उसकी सच्चाई जानना कितना महत्वपूर्ण है। अली गोनी और जैस्मिन भसीन का रिश्ता आपसी सम्मान और समझ पर आधारित है, जहां दोनों एक-दूसरे की मान्यताओं का आदर करते हैं।