सुबह के उजास में जब आकाश ने हल्के बादलों की चादर ओढ़ी, तब देश के लाखों लोग उम्मीद भरी निगाहों से मौसमी ताज़गी की प्रतीक्षा कर रहे थे। 18 अगस्त 2025 का दिन, भारत के अलग-अलग इलाकों के लिए नई सौगातें लेकर आया है। कहीं बारिश की राहत तो कहीं उमस की बेचैनी—आज का मौसम हर किसी के लिए किसी कहानी से कम नहीं।
उत्तर भारत:
दिल्लीवासियों की सुबह उमस भरी हवा में हुई। दिनभर बादलों की आवाजाही तो रहेगी पर बारिश की संभावना कम है। तापमान 32°C के आसपास रहेगा, जिससे गर्मी में हल्की बेचैनी बने रहने की आशंका है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में मॉनसून डटा हुआ है, जिससे बादल फटने जैसी घटनाओं का खतरा मंडरा रहा है।
पूर्वी भारत:
बिहार के कई जिलों में मौसम विभाग ने फिर से मौसम बिगड़ने की चेतावनी जारी की है। पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सुपौल, पूर्णिया जैसे इलाकों में तेज़ बारिश के आसार हैं। पटना का तापमान 32°C तक जा सकता है, वही कोलकाता में भी बादल छाए रहेंगे।
मध्य और पश्चिम भारत:
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ-साथ महाराष्ट्र के पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश का अंदेशा है। भोपाल में तापमान 29°C तक रहेगा और हल्की ठंडक महसूस हो सकती है। गुजरात के किसानों के लिए राहत की खबर आई है—जल्दी ही मानसून की बौछारें उनकी फसलों को संजीवनी देंगी। हालांकि, राजस्थान और गुजरात के कुछ क्षेत्रों में ही हल्की बारिश होगी, बाकी इलाकों में मौसम सामान्य बना रहेगा।
दक्षिण भारत:
चेन्नई, केरल और कर्नाटक में आज मौसम का मिजाज़ हल्का रहेगा। हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जिससे गर्मी से कुछ राहत मिलेगी। चेन्नई में अधिकतम तापमान 33°C और न्यूनतम 27°C रहने की उम्मीद है।
विशेष सतर्कता:
हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में अगले 24 घंटे संवेदनशील बने रहेंगे। तेज़ बारिश के साथ बिजली गिरने व तेज़ आंधी की आशंका भी जताई गई है[1][2][3]। पहाड़ी इलाकों के यात्रियों को यात्रा से पहले स्थानीय प्रशासन की सलाह ज़रूर लेनी चाहिए।
तापमान का हाल:
दिल्ली, लखनऊ, पटना, जयपुर, कोलकाता, मुंबई जैसे महानगरों में पारे का स्तर प्रायः 27°–33°C के बीच रहेगा[3]।
निष्कर्ष और भविष्य की झलक:
मानसून की यह सुहानी दस्तक कईयों के चेहरों पर राहत के भाव लेकर आई है, पर कहीं-कहीं अनहोनी की आशंकाएँ भी साथ हैं। मौसम बदल रहा है और उसके साथ देश की धड़कन भी। अगले कुछ दिन और सावधानी की ज़रूरत है—क्योंकि मौसम के इस बदलते रंग में, कभी भी कोई नई कहानी बन सकती है।
आकाश के बदलते रंगों के साथ हम सब भी आगे बढ़ते हैं, उम्मीद है कि आने वाली बारिश किसानों के लिए बरकत, छात्रों के लिए खेलने का वक्त और आमजन के लिए राहत लेकर आएगी।