यस बैंक के शेयर बाजार में एक बार फिर गरमागरम बहस का विषय बने हुए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की एक हालिया मंजूरी ने निवेशकों के मन में कई सवाल खड़े कर दिए हैं: क्या यह प्रॉफिट बुक करके बाहर निकलने का सही समय है, या आने वाले दिनों में बड़ी तेजी की उम्मीद की जा सकती है?
SMBC की हिस्सेदारी बढ़ाने की मंजूरी: क्या है इसका असर?
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने जापानी कंपनी SMBC (सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन) को यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 24.99 फीसदी तक ले जाने की मंजूरी दे दी है। अभी SMBC के पास यस बैंक की 20 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसे इसने भारतीय स्टेट बैंक समेत दूसरे घरेलू बैंकों से खरीदा था। RBI की इस मंजूरी ने यस बैंक के स्टॉक में जबरदस्त हलचल पैदा की। सोमवार, 25 अगस्त को यस बैंक के शेयरों में 5 प्रतिशत तक की उछाल देखने को मिली थी।
ऐसे में निवेशकों के सामने यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि क्या यह खबर यस बैंक के शेयरों में नई तेजी का कारण बन सकती है? मौजूदा परिस्थितियों में निवेशकों को यस बैंक के शेयरों को लेकर क्या रणनीति अपनानी चाहिए?
मार्केट एक्सपर्ट्स की राय: सीमित तेजी की संभावना?
ज्यादातर मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यस बैंक की मौजूदा चाल और हाल के तिमाही नतीजों को देखते हुए शेयर में किसी तरह की बड़ी तेजी की संभावना सीमित दिख रही है। SMC ग्लोबल सिक्योरिटीज के सौरभ जैन ने हाल ही में एक न्यूज चैनल पर बताया कि, “यस बैंक की बैलेंस शीट के हालिया आंकड़े शेयर प्राइस में पहले से ही शामिल हैं। इसका मौजूदा वैल्यूएशन थोड़ा ऊंचा है और यहां से बड़े अपसाइड की उम्मीद नहीं है। ऐसे में मेरी सलाह यही रहेगी कि निवेशकों को इस स्तर पर बाहर निकल जाना चाहिए।”
टेक्निकल नजरिए से भी ऐसी ही राय देखने को मिली है। IDBI कैपिटल के बृजेश ऐल ने उसी न्यूज चैनल पर कहा, “शेयर में अधिकतम 20–21 रुपये तक का स्तर देखने को मिल सकता है, लेकिन उसे एक एग्जिट अपॉर्च्युनिटी मानना चाहिए।”
गोल्डमैन सैक्स का ‘Sell’ सिग्नल और ₹15 का टारगेट!
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने भी यस बैंक के शेयरों को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने जून में जारी एक रिपोर्ट में यस बैंक के शेयरों को ‘बेचने’ (Sell) की सलाह दी थी। ब्रोकरेज ने इस शेयर के लिए 15 रुपये का टारगेट दिया है, जो इसे दलाल स्ट्रीट पर मिला इस समय का सबसे कम टारगेट प्राइस है। यह टारगेट प्राइस मौजूदा स्तर से यस बैंक के शेयरों में करीब 21 फीसदी की गिरावट की आशंका जताता है।
गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि यह बैंक वित्त वर्ष 2025 से 2027 के बीच 14% का लोन ग्रोथ दर्ज कर सकता है और इस दौरान रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) में 3 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, ब्रोकरेज का मानना है कि यस बैंक के लिए किसी भी तरह का वैल्यूएशन री-रेटिंग तभी संभव है जब बैंक का रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) उसकी कॉस्ट ऑफ इक्विटी (CoE) से ऊपर निकल जाए और लोन ग्रोथ में लगातार रफ्तार बनी रहे।
हालिया प्रदर्शन: ₹19 से नीचे फिसला शेयर
इन तमाम खबरों और एक्सपर्ट्स की राय के बीच, यस बैंक के शेयर मंगलवार, 26 अगस्त को एनएसई पर 2.97 फीसदी की गिरावट के साथ 18.97 रुपये के भाव पर बंद हुए। पिछले कुछ दिनों से यह शेयर ₹19 के स्तर से नीचे ट्रेड कर रहा है, जो निवेशकों के लिए चिंता का विषय बन सकता है।
डिस्क्लेमर:
यहां दिए गए विचार और निवेश सलाह मार्केट एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स के अपने होते हैं। किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें। यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।