गुरुवार, 11 सितंबर 2025 को अमेरिकी शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जिसने निवेशकों को उत्साहित कर दिया। महंगाई और बेरोजगारी के ताजा आंकड़ों के बाद बाजार में यह उछाल आया है, जिससे फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई हैं। इस ऐतिहासिक उछाल के बाद अब सवाल यह है कि क्या इसका असर भारतीय Share Market पर भी पड़ेगा?
अमेरिकी बाजार में रिकॉर्ड तेजी के पीछे की वजह
गुरुवार को अमेरिकी बाजार का प्रमुख इंडेक्स, Dow Jones, 550 अंक यानी 1.2% की उछाल के साथ बंद हुआ। S&P 500 में 0.6% और तकनीकी शेयरों से भरा नैस्डैक कम्पोजिट में 0.5% की बढ़त दर्ज की गई। यह तेजी अगस्त महीने के लिए जारी महंगाई के ताजा आंकड़ों के बाद देखी गई, जिसने संकेत दिया कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में कुछ नरमी आ रही है। इन आंकड़ों ने इस साल Interest Rate Cut की उम्मीदों को और मजबूत किया है। इससे पहले बुधवार को भी यहां के बाजार में तेजी देखी गई थी, जिससे निवेशकों में भरोसा बढ़ा है।
महंगाई और बेरोजगारी के ताजा आंकड़े: फेडरल रिजर्व का अगला कदम?
अगस्त के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) के आंकड़ों से पता चलता है कि अमेरिका में महंगाई स्थिर रही है। वार्षिक CPI दर जुलाई के 2.7% से बढ़कर 2.9% हो गई, जबकि मासिक आधार पर कीमतें 0.2% से बढ़कर 0.4% हो गईं। अर्थशास्त्रियों को यह 0.3% से ज्यादा रहने की उम्मीद थी। इसके अलावा, गुरुवार को जारी साप्ताहिक बेरोजगारी दावों के आंकड़ों ने कमजोर लेबर मार्केट की तस्वीर पेश की। बेरोजगारी लाभ के लिए आवेदन 263,000 तक पहुंच गए, जो पिछले चार साल में सबसे ज्यादा है। इन आंकड़ों ने फेडरल रिजर्व पर अगले हफ्ते ब्याज दरों में कटौती करने का दबाव बढ़ा दिया है। ट्रेडर्स को 90% संभावना है कि 17 सितंबर की बैठक में 0.25% की Interest Rate Cut की जाएगी। अधिकांश विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल तीन बार दरों में कटौती हो सकती है।
ग्लोबल मार्केट्स पर असर: दुनिया भर में उत्सव का माहौल
अमेरिकी बाजार में आई इस तेजी का असर दुनिया भर के Global Markets पर भी साफ दिख रहा है। कम होती महंगाई, मजबूत कॉरपोरेट आय और अमेरिकी ब्याज दर में कटौती की उम्मीदों ने निवेशकों का उत्साह बढ़ाया है। MSCI ऑल कंट्री वर्ल्ड इंडेक्स लगातार चार सत्रों से रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रहा है। यह इंडेक्स दुनियाभर के 2,500 से ज्यादा स्टॉक्स को ट्रैक करता है। जापान का निक्केई 225, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और सिंगापुर का स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स भी इस हफ्ते नए शिखर पर पहुंच चुके हैं, जो दर्शाता है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीदें मजबूत हो रही हैं।
टेक सेक्टर में उछाल: Oracle की भूमिका
तकनीकी शेयरों में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला। Oracle की AI से जुड़ी आय की शानदार गाइडेंस ने टेक रैली को और मजबूती दी। बुधवार को Oracle के शेयर में 1992 के बाद सबसे ज्यादा तेजी दिखी, जिससे कंपनी की मार्केट वैल्यू 244 अरब डॉलर बढ़कर 922 अरब डॉलर हो गई। हालांकि, गुरुवार को इसमें 3% से ज्यादा की मामूली कमजोरी भी देखी गई, लेकिन कुल मिलाकर टेक सेक्टर का प्रदर्शन दमदार रहा। इस तेजी से US Market को एक नया पुश मिला है।
क्या भारतीय बाजार भी पकड़ेगा रफ्तार?
अमेरिकी बाजार में आए इस बंपर उछाल और फेडरल रिजर्व द्वारा Interest Rate Cut की मजबूत उम्मीदों का सीधा असर भारतीय Share Market पर भी पड़ने की संभावना है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि कल भारतीय बाजारों में भी जोरदार एक्शन देखने को मिल सकता है। निवेशकों की नजर अब वैश्विक संकेतों और घरेलू ट्रिगर्स पर बनी रहेगी, क्योंकि ये दोनों ही भारतीय बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारतीय बाजार भी इस वैश्विक तेजी का पूरा फायदा उठा पाता है।