80 और 90 के दशक की चर्चित अभिनेत्री सोनम खान की कहानी एक फिल्म जैसी है, जिसमें स्टारडम, प्यार, त्याग और एक नई शुरुआत शामिल है। केवल 14 साल की उम्र में उन्होंने फिल्मों में कदम रखा और कुछ ही समय में बड़े-बड़े सितारों के साथ काम करते हुए शोहरत की बुलंदियों को छू लिया। लेकिन प्यार ने उन्हें एक ऐसा मोड़ पर ला खड़ा किया जिसने उनकी जिंदगी की दिशा ही बदल दी।
तेज़ रफ़्तार स्टारडम
सोनम खान ने 14 साल की कमाल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री मारी और श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित जैसी दिग्गज अभिनेत्रियों के साथ कड़ी टक्कर देते हुए बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई। ‘त्रिदेव’ के सुपरहिट गाने ‘ओए ओए ओए.. तिरछी टोपी वाले’ ने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई। ‘विजय’ जैसी फिल्मों ने उनकी सफलता को और ऊंचाइयाँ दीं, और अमिताभ बच्चन, ऋषि कपूर, और नसीरुद्दीन शाह जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम करने का उन्हें सुनहरा मौका मिला।
प्यार ने मोड़ा करियर का रुख
अपनी शानदार करियर की चरम सीमा पर, सोनम खान ने एक ऐसा फैसला लिया जिसने फिल्म इंडस्ट्री को हैरान कर दिया। उन्होंने सलमान खान के साथ कई बड़ी फिल्मों के ऑफर ठुकरा दिए और फिल्म ‘त्रिदेव’ के सेट पर मुलाकात हुए निर्देशक राजीव राय से शादी कर ली। राजीव राय उनसे लगभग दोगुनी उम्र के थे। शादी के बाद उन्होंने हिंदू धर्म अपना लिया।
मातृत्व और करियर का अंत
केवल 20 साल की उम्र में मां बनने के बाद, सोनम खान ने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया और अपने पति के साथ विदेश चली गईं। हालांकि, बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें अपने करियर को छोड़ने का पछतावा है, और युवा अभिनेताओं को सलाह देती हैं कि वे अपने करियर को शादी के लिए न छोड़ें।
संघर्ष और नई शुरुआत
राजीव राय के साथ उनकी शादी 6 साल तक चली, जिसके बाद अंडरवर्ल्ड से जुड़े संभावित कनेक्शन के कारण उनका तलाक हो गया। अपने बेटे गौरव को अकेले पालते हुए, सोनम खान ने 2017 में मुरली से दूसरी शादी की, जिसमें उनके बेटे गौरव भी शामिल हुए। 8 साल बाद उन्होंने इस शादी की जानकारी एक पोस्ट के ज़रिए दी।
एक यादगार सफ़र
सोनम खान की कहानी एक यादगार सफ़र है, जिसमें स्टारडम के चमकते पलों के साथ-साथ जीवन के उतार-चढ़ाव भी शामिल हैं। उनकी कहानी हमें जीवन के फैसलों की अहमियत और प्यार और करियर के बीच संतुलन बनाने की चुनौतियों के बारे में सोचने पर मजबूर करती है।