हाल ही में फिल्ममेकर संजय गुप्ता ने बॉलीवुड में बढ़ते खर्चों और कुछ सितारों की बेवजह की मांगों को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने उन कलाकारों पर जमकर भड़ास निकाली है जो एक या दो नहीं, बल्कि 6-6 Bollywood vanity vans और अपने स्टाफ का पूरा खर्च मेकर्स पर डाल देते हैं। उन्होंने हैरान कर देने वाले खुलासे किए कि इन वैनिटी वैन के अंदर आखिर क्या-क्या काम होते हैं, और कैसे एक स्टार कपल 11 वैनिटी वैन तक की मांग कर देता है।
सितारों की बढ़ती डिमांड और वैनिटी वैन का सच
Sanjay Gupta ने बेबाकी से बताया कि आजकल कुछ सितारे शूटिंग के दौरान सात वैनिटी वैन तक की मांग करते हैं। उन्होंने एक-एक वैन का काम भी गिनाया, जिसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा। उनके मुताबिक, पहली वैन एक्टर की ‘पर्सनल जगह’ होती है। दूसरी वैन में ‘मेकअप और हेयर’ होता है। तीसरी वैन ‘मीटिंग’ के लिए रखी जाती है। चौथी वैन में ‘जिम’ होता है जहां एक्टर वर्कआउट करते हैं। और यह सिर्फ एक वैन नहीं होती, बल्कि इसके साथ ट्रेनर, हेल्पर और ड्राइवर समेत छह लोगों का स्टाफ भी आता है। पांचवीं वैन ‘खाने’ के लिए होती है, जहां एक शेफ पूरे दिन ग्राम-ग्राम खाना तौलता रहता है। और अंत में, छठी वैन उन पांच वैन के स्टाफ के बैठने के लिए होती है। यह सब actor demands का हिस्सा बन गया है।
अमिताभ बच्चन सबसे अलग: खुद उठाते हैं स्टाफ का खर्च
इस पूरी बातचीत के दौरान, Sanjay Gupta ने एक ऐसे कलाकार का नाम भी लिया जो आज भी इन महंगे चलन में विश्वास नहीं रखते। उन्होंने बताया कि अमिताभ बच्चन एकमात्र ऐसे फिल्म स्टार हैं जो अपने स्टाफ का खर्च खुद करते हैं और इसके लिए प्रोड्यूसर्स से कोई बिल नहीं लेते। उनके मेकअप मैन, हेयर स्टाइलिस्ट, ड्राइवर – इन सबका खर्च मिस्टर बच्चन खुद वहन करते हैं। यह दिखाता है कि कैसे Amitabh Bachchan staff की जिम्मेदारी खुद लेते हैं, जो एक सराहनीय कदम है। उन्होंने अजय देवगन और ऋतिक रोशन जैसे कुछ एक्टर्स की भी तारीफ की, जिनके पास आज भी ‘लोगों की बड़ी फौज’ नहीं होती, जबकि आजकल एक्टर्स के साथ कम से कम 30 लोगों की टीम घूमती है।
फिल्म निर्माण की बढ़ती लागत और इंडस्ट्री का संघर्ष
Sanjay Gupta, जिन्होंने लगभग 40 सालों से इंडस्ट्री में काम किया है और 1994 में ‘आतिश: फील द फायर’ से निर्देशन में कदम रखा था, ने इस बात पर जोर दिया कि स्टाफ की लागत फिल्म निर्माताओं के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। उन्होंने कहा, “पुराने समय के सभी लोग, जिनमें मिस्टर बच्चन, अजय देवगन और ऋतिक रोशन भी शामिल हैं, उनके पास सिर्फ एक मेकअप मैन और एक स्पॉट बॉय होता है।” लेकिन आज दो या तीन लोगों की टीम 30 लोगों की टीम बन गई है, जिससे Film production costs में लाखों रुपये का इजाफा हो रहा है। उन्होंने स्टार कपल का उदाहरण दिया जो सेट पर 11 वैन मांगते हैं, जिसमें पति-पत्नी के लिए अलग किचन वैन तक शामिल होती है। यह स्थिति पिछले पांच सालों में और भी गंभीर हो गई है, खासकर आर्थिक मंदी के बाद, जहां कर्मचारियों के साथ काम करने की बढ़ती लागत एक बड़ा बहस का मुद्दा बन गई है। कई एक्टर्स, प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स पहले भी इस मुद्दे पर बात कर चुके हैं और बताया है कि यह सब फिल्मों के बजट को कितना बढ़ा देता है।
संजय गुप्ता के इन खुलासों से बॉलीवुड में बढ़ते खर्चों और सितारों की अनावश्यक मांगों पर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इंडस्ट्री इस ‘वैनिटी वैन कल्चर’ और अन्य actor demands को नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाती है।