मंगलवार से शुरू हो रहे Asia Cup 2025 से पहले, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने अपनी बेबाक राय साझा की है। उन्होंने टीम इंडिया को टूर्नामेंट का प्रबल दावेदार बताया है, लेकिन साथ ही T20 फॉर्मेट के अप्रत्याशित स्वभाव पर भी प्रकाश डाला, इसे ‘T20 Lottery’ जैसा करार दिया। यूएई की गर्मी और पिचों को देखते हुए स्पिन गेंदबाजों की भूमिका को उन्होंने बेहद महत्वपूर्ण बताया। आइए जानते हैं Ravi Shastri के इस खास विश्लेषण के प्रमुख अंश:
टीम इंडिया की ताकत और गहरा संतुलन
शास्त्री के अनुसार, भारत की टीम में कोई बड़ी कमजोरी नहीं दिखती, बशर्ते खिलाड़ी आत्मसंतुष्ट न हों। उन्होंने कहा, “भारत के पास शानदार संतुलन है, प्रतिभा की भरमार है और बल्लेबाजी, गेंदबाजी तथा स्पिन तीनों विभागों में गहरी बेंच स्ट्रेंथ है।” उनका मानना है कि अगर कोई खिलाड़ी तीनों प्रारूपों में अपनी जगह पक्की कर ले और Team India का अहम हिस्सा बन जाए, तो उसे सभी खेलना चाहिए, जैसा कि विराट कोहली और एमएस धोनी जैसे दिग्गजों ने किया है। अगर कोई खिलाड़ी पर्याप्त अच्छा है, तो उसे रोकने वाली कोई चीज नहीं है।
यूएई में स्पिन का दबदबा: भारत को बढ़त
दुबई की परिस्थितियों और भीषण गर्मी को देखते हुए, रवि शास्त्री ने स्पिन को टूर्नामेंट का ‘अहम हथियार’ बताया। उन्होंने कहा कि भारत के लिए तीन स्पिनरों के साथ उतरने में कोई दिक्कत नहीं होगी, और यहां तक कि अफगानिस्तान जैसी टीमें चार स्पिनर तक खिला सकती हैं। “यह दो या तीन का निर्णय टीम के संतुलन पर निर्भर करेगा, लेकिन स्पिनर्स की अहमियत अवश्य रहेगी। आपको अंगुली और कलाई दोनों तरह के स्पिनर चाहिए। भारत के पास यह बढ़त है और हालात के हिसाब से दोनों का रोल होगा,” उन्होंने स्पष्ट किया। यह भारत के Spin Attack के लिए एक बड़ा अवसर है।
खिलाड़ी चयन और महत्वपूर्ण भूमिकाएँ
संजू सैमसन का बल्लेबाजी क्रम
संजू सैमसन के संबंध में शास्त्री की राय स्पष्ट है कि उन्हें शीर्ष तीन में ही खिलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “संजू ने भारत के लिए टी-20 में शीर्ष पर अच्छा प्रदर्शन किया है और उनका रिकॉर्ड शानदार है। शुभमन गिल भी उन्हें तुरंत रिप्लेस नहीं कर पाएंगे। गिल किसी और की जगह आ सकते हैं, लेकिन सैमसन को ओपनिंग पर ही रहने देना चाहिए।”
हार्दिक पांड्या: विश्व स्तरीय ऑलराउंडर
हार्दिक पांड्या की भूमिका पर शास्त्री ने कहा, “हार्दिक विश्व स्तरीय ऑलराउंडर हैं और इस प्रारूप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं। भारत हमेशा उनका सही इस्तेमाल करता आया है और आगे भी ऐसा ही होगा। वह किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी कर सकते हैं और गेंदबाजी की शुरुआत के साथ ही मिडिल ओवरों में भी गेंद डाल सकते हैं। उनके पास ताकत, अनुभव और मैच जिताने की क्षमता है।”
श्रेयस अय्यर का नहीं चुना जाना
प्रतिभा की भरमार पर शास्त्री ने थोड़ी हैरानी व्यक्त की कि श्रेयस अय्यर को एशिया कप के लिए नहीं चुना गया। “लेकिन जिसे भी मौका मिले, उसे इसे भुनाना होगा क्योंकि स्पर्धा काफी कड़ी है।”
शुभमन गिल का भविष्य
शुभमन गिल को लेकर शास्त्री पूरी तरह आश्वस्त हैं। “गिल बेहद प्रतिभाशाली हैं और अगले 10 साल भारत के स्तंभ रहेंगे। इंग्लैंड दौरे पर कप्तानी से उन्हें आत्मविश्वास मिला है। उपकप्तान के तौर पर वे सूर्यकुमार की मदद करेंगे,” उन्होंने जोड़ा।
T20: एक ‘लॉटरी’ और अप्रत्याशित चुनौतियाँ
रवि शास्त्री ने दोहराया कि भारत निश्चित रूप से एशिया कप में फेवरेट है, लेकिन टी-20 फॉर्मेट अप्रत्याशित है। “यह एक T20 Lottery जैसा है। किसी भी दिन अफगानिस्तान जैसी टीम अपने स्पिनरों के दम पर उलटफेर कर सकती है,” उन्होंने चेतावनी दी। उन्होंने यह भी बताया कि हार्दिक नैचुरल फिनिशर हैं, जबकि शिवम दुबे स्पिन के विरुद्ध बीच के ओवरों में काम कर सकते हैं। अगर गहराई चाहिए तो रिंकू जैसे खिलाड़ी भी योगदान दे सकते हैं। इस प्रारूप में कोई भी टीम उलटफेर कर सकती है, इसलिए टीम इंडिया को सतर्क रहने की जरूरत है।
कुल मिलाकर, रवि शास्त्री का मानना है कि भारत इस एशिया कप में एक मजबूत स्थिति में है, अपनी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और खास तौर पर स्पिन आक्रमण की गहराई के कारण। हालांकि, उन्होंने अपने अनुभव से आगाह किया कि T20 क्रिकेट में कोई भी मैच का पासा पलट सकता है, और हर टीम को पूरी तैयारी के साथ उतरना होगा।