लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद Rahul Gandhi के हालिया पंजाब दौरे पर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। अमृतसर और गुरदासपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे गांधी को एक गुरुद्वारे में Siropa (सिरोपा) भेंट किया गया, जिस पर अब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के नियमों के उल्लंघन का आरोप लग रहा है। यह घटना सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद सामने आई और Gurudwara Controversy का रूप ले लिया।
क्या है सिरोपा और क्यों है यह महत्वपूर्ण?
Siropa केसरिया रंग के कपड़े का एक पट्टा होता है, जिसे सिख धर्म में सम्मान और सत्कार के प्रतीक के रूप में अतिथियों को पहनाया जाता है। यह सिख मर्यादा के अनुसार किसी व्यक्ति को उसकी सेवाओं या उसके स्थान के सम्मान में भेंट किया जाता है। विवाद उस समय गहराया जब अमृतसर के रामदास स्थित गुरुद्वारा समाध बाबा बुड्ढा साहिब (जो SGPC द्वारा संचालित है) के गर्भगृह में एक ग्रंथी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को यह सिरोपा भेंट किया।
SGPC के नियम और आरोप
आरोप है कि यह घटना ऐतिहासिक गुरुद्वारे के गर्भगृह में हुई, जबकि SGPC कार्यकारिणी के आदेशानुसार, गर्भगृह में सिरोपा केवल सिख धार्मिक हस्तियों को ही दिया जाना चाहिए, क्योंकि यह क्रिया गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष की जाती है। किसी राजनीतिक व्यक्ति को इस प्रकार सम्मानित करना नियमों का उल्लंघन माना जा रहा है। Punjab कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने राहुल को सिरोपा भेंट करने वाले पल का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था, जिसके बाद यह विवाद जंगल की आग की तरह फैल गया।
SGPC की प्रतिक्रिया और जांच के आदेश
मामला गरमाने के बाद, SGPC को भारी आलोचना का सामना करना पड़ा। SGPC के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने इस गंभीर मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि रामदास इलाके में ऐतिहासिक गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा साहिब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सम्मानित करने के मामले की पूरी जांच की जाएगी। धामी ने दोहराया कि किसी भी सिख धर्मस्थल के अंदर किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को सम्मानित करने पर पूर्ण प्रतिबंध है। उन्होंने चेतावनी दी कि जांच के दौरान यदि SGPC का कोई भी कर्मचारी राहुल गांधी का सम्मान करते हुए दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राहुल गांधी का पंजाब दौरा और पूर्व में सम्मान की परंपरा
Rahul Gandhi सोमवार को अमृतसर और गुरदासपुर जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत करने के लिए Punjab के दौरे पर थे। घोनेवाल गांव का दौरा करने के बाद गांधी ने अमृतसर के रामदास क्षेत्र में ऐतिहासिक गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा साहिब में मत्था टेका था। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब किसी बड़े व्यक्ति को गुरुद्वारे में सम्मानित किया गया हो। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में प्रधानमंत्रियों, राष्ट्रपतियों और विदेशी राष्ट्राध्यक्षों सहित विशेष आगंतुकों को पहले भी Siropa भेंट किया जाता रहा है, लेकिन इसके लिए अलग से कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और मर्यादा का विशेष ध्यान रखा जाता है। यह एक महत्वपूर्ण अंतर है जिसे Gurudwara Controversy में रेखांकित किया जा रहा है।
SGPC सदस्यों की आलोचना
इस बीच, SGPC के सदस्य सुरिंदर सिंह भुलेवाल, मंजीत सिंह और मलकीत सिंह चंगल ने मंगलवार को एक बयान जारी कर राहुल गांधी को सिरोपा भेंट करने के लिए SGPC की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार को माफी दिलाने के लिए परोक्ष प्रयास किए जा रहे हैं, जो सिख सिद्धांतों के खिलाफ है। यह Gurudwara Controversy अभी थमने का नाम नहीं ले रही है और जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।