नरसिंहपुर: मध्य प्रदेश की राजनीति में हाल ही में एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने सभी को हैरान कर दिया। नरसिंहपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के एक बयान के विरोध में कांग्रेस जिला कार्यालय का घेराव किया। यह एक सामान्य विरोध प्रदर्शन लग रहा था, लेकिन इसके बीच एक ऐसा अप्रत्याशित मोड़ आया, जिसने जिले की राजनीतिक हलचल बढ़ा दी। कांग्रेस की ही एक महिला पार्षद ने प्रदर्शन स्थल पर ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंचीं, खुद भाजपाई बन गईं!
जानकारी के मुताबिक, नरसिंहपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक-25 की कांग्रेस पार्षद काजल, भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को शांत कराने के इरादे से वहां पहुंची थीं। लेकिन प्रदर्शनकारियों से बातचीत के दौरान राहुल गांधी के रवैये को लेकर उभरी निराशा ने उन्हें इस हद तक आहत किया कि उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया। यह घोषणा मौके पर ही की गई। भाजपा जिला अध्यक्ष ने तत्काल उन्हें पार्टी का गमछा पहनाकर भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस घटनाक्रम को नरसिंहपुर जिले में कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
राहुल गांधी के किस बयान पर भड़की भाजपा?
बता दें कि यह पूरा विरोध प्रदर्शन राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान बिहार में दिए गए एक बयान को लेकर था। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसी टिप्पणी को लेकर भाजपा देशभर में आक्रोश व्यक्त कर रही है। भाजपा कार्यकर्ता जगह-जगह पुतला दहन और प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में नरसिंहपुर में भी कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया गया था।
कांग्रेस का पलटवार
इस पूरे मामले पर कांग्रेस के पूर्व विधायक सुनील जायसवाल ने भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी को विपक्ष के कार्यालय का घेराव करना शोभा नहीं देता। जायसवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है और अपनी नाकामियों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे हथकंडे अपना रही है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज
इस घटना ने नरसिंहपुर सहित पूरे मध्य प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। एक ओर जहां भाजपा इसे राहुल गांधी के खिलाफ जनता के बढ़ते आक्रोश का प्रमाण बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे भाजपा की अवसरवादी राजनीति करार दे रही है। इस घटनाक्रम से आने वाले समय में जिले की राजनीति में और गरमाहट आने की संभावना है।