भारतीय टेस्ट क्रिकेट के ‘दीवार’ कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने हाल ही में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर अपने शानदार करियर का अंत किया है। इस मौके पर, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें एक बेहद भावुक और प्रेरक पत्र लिखकर उनके खेल शैली, दृढ़ संकल्प और भारतीय क्रिकेट में दिए गए अमूल्य योगदान की जमकर सराहना की है। यह पत्र पुजारा के लिए एक सम्मान और उनके करियर की अनूठी विदाई का प्रतीक बन गया है।
पीएम मोदी का भावुक पत्र: टेस्ट क्रिकेट की ‘खूबसूरती’ का बखान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पत्र में चेतेश्वर पुजारा की ‘दृढ़ खेल शैली’ को टेस्ट क्रिकेट की असली खूबसूरती की याद दिलाने वाला बताया। उन्होंने लिखा, ‘क्रिकेट के छोटे प्रारूपों के प्रभुत्व वाले इस युग में, आप खेल के लंबे प्रारूप की खूबसूरती की याद दिलाते थे।’ पीएम मोदी ने पुजारा के अटूट धैर्य और लंबे समय तक बल्लेबाजी करने की असाधारण क्षमता की सराहना करते हुए उन्हें भारतीय बल्लेबाजी क्रम का ‘आधार’ बताया। पुजारा ने अपने 103 टेस्ट मैचों के शानदार करियर में कई यादगार पारियां खेली हैं, जिनमें उनका संयम और एकाग्रता साफ झलकती थी।
ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर ऐतिहासिक जीत में पुजारा का योगदान
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से विदेशों में, खासकर ऑस्ट्रेलिया में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में पुजारा की अहम भूमिका का जिक्र किया। उन्होंने लिखा, ‘आपका उत्कृष्ट क्रिकेट करियर उल्लेखनीय कौशल और दृढ़ संकल्प के क्षणों से भरा पड़ा है, विशेषकर विदेशों में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में।’ पीएम मोदी ने 2018 और 2021 में ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो सीरीज जीतने के दौरान पुजारा की ऐतिहासिक पारियों को याद किया, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत की पहली बार ऐतिहासिक सीरीज जीत की नींव रखी थी। उन्होंने आगे कहा, ‘सबसे मजबूत गेंदबाजी आक्रमणों में से एक के सामने डटे रहकर आपने दिखाया कि टीम की जिम्मेदारी उठाने का क्या मतलब होता है।’
घरेलू क्रिकेट के प्रति पुजारा की अटूट प्रतिबद्धता
अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमकने के बावजूद, चेतेश्वर पुजारा ने हमेशा घरेलू क्रिकेट को महत्व दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी इस प्रतिबद्धता की भी सराहना की। उन्होंने कहा, ‘खेल के प्रति आपका जुनून इस बात से भी झलकता है कि एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर होने के बावजूद आपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना जरूरी समझा, चाहे वह सौराष्ट्र के लिए हो या विदेश में।’ पीएम मोदी ने सौराष्ट्र क्रिकेट के साथ पुजारा के लंबे जुड़ाव और राजकोट को क्रिकेट के नक्शे पर लाने में उनके योगदान को इस क्षेत्र के हर युवा के लिए ‘अपर गर्व का स्रोत’ बताया।
पुजारा की प्रतिक्रिया: ‘सम्मानित महसूस कर रहा हूं’
प्रधानमंत्री का पत्र मिलने के बाद चेतेश्वर पुजारा ने सोशल मीडिया पर इसकी प्रति साझा की और उनके ‘गर्मजोशी भरे शब्दों’ के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में लिखा, ‘मैं अपने संन्यास पर हमारे माननीय प्रधानमंत्री से प्रशंसा पत्र प्राप्त करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं।’ पुजारा ने कहा कि वे उनकी भावनाओं की बहुत सराहना करते हैं और अपनी ‘दूसरी पारी’ में कदम रखते हुए वे मैदान पर बिताई हर याद और उन्हें मिले प्यार तथा प्रशंसा को संजोकर रखेंगे।
चेतेश्वर पुजारा का करियर न केवल रनों और रिकॉर्डों से भरा रहा है, बल्कि यह धैर्य, दृढ़ता और समर्पण की एक मिसाल भी है। प्रधानमंत्री मोदी का यह पत्र उनके शानदार योगदान को स्वीकार करने और भारतीय खेल इतिहास में उनके नाम को और भी उज्ज्वल करने का एक महत्वपूर्ण क्षण है।