हाल ही में मध्य प्रदेश को अपना सबसे लंबा फ्लाईओवर मिला, जिसका उद्घाटन जबलपुर में किया गया था। लेकिन, जिस सड़क को यातायात सुगम बनाने के लिए बनाया गया था, वह कुछ ही दिनों में ‘रीलबाज़ों’ और स्टंट करने वाले युवाओं का नया अड्डा बन गई। उद्घाटन के बाद से ही इस फ्लाईओवर पर स्टंट, डांस और फोटोशूट की होड़ सी लग गई थी, जिससे न केवल यातायात बाधित हो रहा था, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी लगातार बढ़ रहा था। पुलिस ने अब ऐसे लापरवाह लोगों के खिलाफ सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।
मनोरंजन का केंद्र बना नया फ्लाईओवर
23 अगस्त को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जबलपुर में इस विशाल फ्लाईओवर का उद्घाटन किया था। यह फ्लाईओवर जल्द ही शहर की नई पहचान बन गया और इसके साथ ही यह सोशल मीडिया पर रील्स बनाने वाले युवाओं के लिए एक आकर्षक लोकेशन भी बन गया। देखते ही देखते, सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल होने लगे जिनमें युवा फ्लाईओवर पर जोखिम भरे स्टंट करते, डांस करते या फिर फोटोशूट कराते नज़र आ रहे थे। यह फ्लाईओवर उनके लिए सिर्फ एक पुल नहीं, बल्कि मनोरंजन और रोमांच का एक नया केंद्र बन गया था।
पुलिस की सख्ती: 190 से अधिक चालान और 83 हज़ार का जुर्माना
रीलबाज़ों की इन हरकतों से फ्लाईओवर पर यातायात व्यवस्था चरमराने लगी। सड़कों पर भीड़ बढ़ने लगी और कानून-व्यवस्था भी प्रभावित होने लगी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जबलपुर पुलिस को सख्त कदम उठाने पड़े। पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा के निर्देश पर, मदनमहल थाना पुलिस ने फ्लाईओवर पर गश्त बढ़ा दी। पिछले तीन दिनों में, नियम तोड़ने वाले 190 से अधिक लोगों के चालान काटे गए और उनसे लगभग 83 हज़ार रुपए का जुर्माना भी वसूला गया। यह कार्रवाई उन सभी लोगों के लिए एक सबक है जो सार्वजनिक संपत्ति का गलत इस्तेमाल कर रहे थे।
पुलिस की कड़ी चेतावनी: यातायात के लिए ही हो फ्लाईओवर का इस्तेमाल
पुलिस ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि फ्लाईओवर का निर्माण केवल सुगम यातायात के लिए किया गया है। रील बनाने, डांस करने, स्टंट दिखाने या फोटोशूट कराने जैसी गतिविधियों के लिए इसका इस्तेमाल बिल्कुल न किया जाए। पुलिस ने कहा है कि ऐसे मामलों पर लगातार नज़र रखी जाएगी और नियम तोड़ने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। यह कदम न केवल यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करेगा, बल्कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी मदद करेगा।