केरल कांग्रेस के एक विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट ने बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया है। ‘B से बीड़ी और B से बिहार’ वाले इस पोस्ट पर भाजपा, जदयू और हम पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई, जिसके बाद कांग्रेस नेता तारिक अनवर को सफाई देनी पड़ी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी बिहारी अस्मिता से खिलवाड़ पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। बताया जा रहा है कि बढ़ते विवाद के बाद इस पोस्ट को पार्टी के आधिकारिक हैंडल से हटा लिया गया।
विवाद की जड़: क्या था वो पोस्ट?
दरअसल, यह पूरा मामला जीएसटी सुधारों से जुड़ा है। केंद्र सरकार द्वारा बीड़ी पर टैक्स घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है, जबकि सिगरेट और सिगार पर इसे बढ़ाकर 40 प्रतिशत किया गया है। इसी संदर्भ में केरल कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट साझा किया गया था, जिसमें ‘B से बीड़ी और B से बिहार’ लिखा था। यह पोस्ट सामने आते ही चुनावी गहमागहमी वाले बिहार में सियासी पारा तेजी से चढ़ गया।
बिहार की सियासत में हलचल: किसने क्या कहा?
इस पोस्ट के सार्वजनिक होते ही बिहार में एनडीए के सभी दल कांग्रेस पर हमलावर हो गए। जदयू ने इसे बिहारी स्वाभिमान पर चोट बताते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी घेरा, जिसके बाद तेजस्वी को भी इस पर प्रतिक्रिया देनी पड़ी। पटना में पत्रकारों के सवाल पर तेजस्वी ने पहले तो पोस्ट न देखने की बात कही, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि ‘बिहार के स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ करना किसी के लिए भी सही नहीं है।’ अपने इस छोटे से बयान के जरिए तेजस्वी यादव ने कांग्रेस पार्टी को साफ संदेश दे दिया कि ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस का डैमेज कंट्रोल और माफी
विवाद बढ़ता देख कांग्रेस पार्टी में भी डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू हुई। वरिष्ठ कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि बिहार में चुनाव का माहौल है और कांग्रेस की ओर से ऐसा बयान नहीं आ सकता। उन्होंने तो यहां तक दावा किया कि केरल कांग्रेस का अकाउंट हैक किया गया होगा, क्योंकि कोई भी राजनीतिक व्यक्ति ऐसा बयान नहीं दे सकता। अनवर ने यह भी कहा कि वे केरल कांग्रेस के नेताओं से इस बारे में बात करेंगे। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस विवादित पोस्ट के लिए केरल कांग्रेस की ओर से माफी भी मांग ली गई है और पोस्ट को हटा लिया गया है।
एक जीएसटी सुधार पर किया गया यह पोस्ट, बिहार की अस्मिता से जुड़कर एक बड़े राजनीतिक विवाद में बदल गया। हालांकि, कांग्रेस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पोस्ट हटा लिया और माफी मांग ली, लेकिन इस घटना ने यह दिखा दिया कि सोशल मीडिया पर जारी एक छोटी सी टिप्पणी भी कैसे बड़े सियासी तूफान का रूप ले सकती है, खासकर जब बात क्षेत्रीय पहचान और स्वाभिमान की हो।