जयप्रकाश पावर वेंचर्स (JP Power) के शेयर निवेशकों और बाजार विश्लेषकों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। कंपनी ने हाल ही में एक बड़ा ऐलान किया है, जिसके बाद इसके शेयरों में हलचल देखने को मिल सकती है। आइए जानते हैं क्या है यह घोषणा और इसका कंपनी के भविष्य और शेयर प्रदर्शन पर क्या असर पड़ सकता है।
सौर ऊर्जा परियोजना: ₹300 करोड़ का बड़ा निवेश
पावर सेक्टर की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश पावर वेंचर्स ने एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम उठाते हुए नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में प्रवेश की योजना बनाई है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह ₹300 करोड़ के अनुमानित निवेश से एक सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने की दिशा में बढ़ रही है। इस योजना के तहत, कंपनी मध्य प्रदेश के बीना स्थित अपने मौजूदा थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्थल पर लगभग 50 मेगावाट क्षमता का सोलर पीवी पावर प्लांट लगाने के विकल्पों का पता लगा रही है।
यह पहल कंपनी के लिए स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में विविधता लाने का एक बड़ा अवसर है, जो पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ दीर्घावधि में वित्तीय स्थिरता प्रदान कर सकता है। हालांकि, इस प्रस्ताव को अंतिम रूप देने के लिए आवश्यक अनुमोदनों की आवश्यकता होगी, जिसमें कंपनी के कर्जदाताओं की स्वीकृति भी शामिल है।
शेयर प्रदर्शन: उतार-चढ़ाव भरा सफर और लंबी अवधि का रिटर्न
जेपी पावर के शेयरों का प्रदर्शन पिछले कुछ समय से मिला-जुला रहा है। हाल ही में, इसके शेयर मंगलवार को 3 प्रतिशत से अधिक गिरकर ₹18.09 पर आ गए थे। भारतीय शेयर बाजार गणेश चतुर्थी के अवसर पर 27 अगस्त को बंद था, लेकिन 28 अगस्त को यह स्टॉक फोकस में रह सकता है।
हालांकि, लंबी अवधि में इस शेयर ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। पिछले पांच सालों में, इस शेयर में 560 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। लेकिन यह भी सच है कि इसने लंबी अवधि में बड़े निवेशकों को तगड़ा नुकसान भी पहुंचाया है। साल 2008 में इस शेयर की कीमत ₹137 थी, जो अब ₹20 से भी नीचे आ चुकी है। ₹20 से नीचे के इस स्मॉल-कैप स्टॉक पर निवेशकों की पैनी नजर बनी हुई है, खासकर नई सौर परियोजना की घोषणा के बाद।
वित्तीय स्थिति: तिमाही नतीजों में गिरावट
जहां एक ओर कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा में विस्तार की योजना बना रही है, वहीं दूसरी ओर इसके हालिया वित्तीय परिणामों ने कुछ चिंताएं भी पैदा की हैं। जयप्रकाश पावर वेंचर्स ने जून 2025 तिमाही के लिए अपने समेकित शुद्ध लाभ में 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की है। कंपनी का शुद्ध लाभ घटकर ₹278.13 करोड़ रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह ₹348.54 करोड़ था।
इसके साथ ही, इस तिमाही में कंपनी की कुल आय भी घटकर ₹1,630.88 करोड़ रह गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में ₹1,779.06 करोड़ थी। कम राजस्व को इस गिरावट का मुख्य कारण बताया गया है। निवेशकों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे कंपनी की विस्तार योजनाओं और उसकी वर्तमान वित्तीय चुनौतियों दोनों पर विचार करें।
कुल मिलाकर, जयप्रकाश पावर वेंचर्स एक ऐसे महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है जहाँ नवीकरणीय ऊर्जा में इसका प्रवेश एक नई दिशा दे सकता है, बशर्ते यह अपनी वित्तीय चुनौतियों को सफलतापूर्वक प्रबंधित कर सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नई पहल कंपनी के भविष्य को कैसे आकार देती है।