हाल ही में आईटी दिग्गज Infosys ने ₹18,000 करोड़ के भारी-भरकम Infosys buyback की घोषणा कर निवेशकों को उत्साहित कर दिया है। 26 लाख से अधिक शेयरधारकों को इससे लाभ मिलने की उम्मीद है, लेकिन इस घोषणा के साथ एक महत्वपूर्ण सवाल भी सामने आया है: क्या निवेशकों को प्रति शेयर पूरे ₹1800 मिलेंगे या टैक्स के नियमों के कारण उन्हें कम रकम से संतोष करना पड़ेगा? इस ब्लॉग पोस्ट में हम Infosys के Share buyback tax के पेचीदा नियमों को समझेंगे, ताकि आप जान सकें कि आपको असली मुनाफा होगा या नुकसान।
बायबैक पर TDS: क्या है नया नियम?
पहले कंपनी बायबैक पर खुद टैक्स चुकाती थी, लेकिन अब नियम बदल गए हैं। नए प्रावधानों के तहत, बायबैक से मिलने वाली रकम को शेयरहोल्डर्स की डिविडेंड आय माना जाता है। इसका मतलब है कि अब निवेशकों को इस आय पर टैक्स देना होगा। Infosys इस बायबैक पर 10% टीडीएस (TDS) काटेगी, जो प्रति शेयर ₹180 होगा। कंपनी को इसके अतिरिक्त कोई और टैक्स नहीं देना होगा।
तो, ₹1800 प्रति शेयर के ऑफर में से 10% टीडीएस यानी ₹180 कटने के बाद, निवेशकों को सीधे तौर पर ₹1620 प्रति शेयर मिलेंगे। लेकिन, ध्यान रहे, टैक्स पूरी ₹1800 की रकम पर लगेगा, ₹1620 पर नहीं।
आपका टैक्स स्लैब, आपका मुनाफा
टीडीएस कटने के बाद भी कहानी यहीं खत्म नहीं होती। निवेशकों को अपनी कुल आय के टैक्स स्लैब (20% या 30%) के हिसाब से अतिरिक्त टैक्स देना होगा।
- यदि आप 20% टैक्स स्लैब में आते हैं, तो आपको ₹1800 पर कुल ₹360 का टैक्स देना होगा (₹180 टीडीएस + ₹180 अतिरिक्त)।
- यदि आप 30% टैक्स स्लैब में आते हैं, तो आपको ₹1800 पर कुल ₹540 का टैक्स देना होगा (₹180 टीडीएस + ₹360 अतिरिक्त)।
इसके अलावा, जिस कीमत पर आपने Infosys shares खरीदे थे, उसे कैपिटल नुकसान (Capital Loss) माना जाएगा। यह कैपिटल नुकसान केवल अन्य कैपिटल गेन्स (Capital Gains) के साथ समायोजित किया जा सकता है, न कि डिविडेंड आय के साथ। यह एक महत्वपूर्ण बिंदु है जो आपके कुल लाभ को प्रभावित करेगा।
छोटे निवेशकों के लिए फायदा, बड़े निवेशकों के लिए चुनौती
यह समझना महत्वपूर्ण है कि Infosys का यह Stock market India में बायबैक किसे फायदा पहुंचाएगा और किसे नुकसान:
- छोटे निवेशकों के लिए फायदा: जिन निवेशकों की आय कम है या जो निचले टैक्स स्लैब में आते हैं, उनके लिए यह बायबैक फायदेमंद साबित हो सकता है। उन्हें कम या कोई अतिरिक्त टैक्स नहीं देना होगा, और वे अपने कैपिटल नुकसान को भविष्य में अन्य कैपिटल गेन्स के साथ समायोजित करके टैक्स बचा सकते हैं।
- बड़े निवेशकों के लिए चुनौती: ज्यादा टैक्स स्लैब (20% या 30%) वाले निवेशकों को अधिक टैक्स देना होगा। उन्हें अपने पूंजीगत नुकसान का फायदा तभी मिलेगा जब उनके पास अन्य पूंजीगत लाभ हों, जिसके साथ वे इसे समायोजित कर सकें। यह उनके लिए एक चुनौती हो सकती है, जिससे उनका वास्तविक मुनाफा कम हो सकता है।
निष्कर्ष
Infosys का Share buyback निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर हो सकता है, लेकिन टैक्स के नियमों को समझना बेहद ज़रूरी है। बायबैक में भाग लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना हमेशा बुद्धिमानी है ताकि आप अपनी टैक्स स्थिति के अनुसार सही निर्णय ले सकें और अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकें। Capital gains tax के पहलुओं को समझना और अपनी निवेश रणनीति को उसी के अनुसार ढालना महत्वपूर्ण है।