भारतीय हॉकी के लिए 29 अगस्त 2025 का दिन बेहद खास बन गया। देश के महानतम हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के पावन अवसर पर भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशिया कप में चीन को 4-3 से हराकर शानदार शुरुआत की। बिहार के राजगीर में आयोजित हुए एशिया कप के पहले मुकाबले में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने हैट्रिक गोल दागे, जिसकी बदौलत भारत ने चीन को 19वीं बार मात दी। यह जीत भारतीय हॉकी के बढ़ते प्रभुत्व का एक और प्रमाण है।
मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर ऐतिहासिक जीत
राजगीर में जब भारतीय टीम मैदान पर उतरी तो स्टेडियम में उत्साह अपने चरम पर था। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर यह मैच होना अपने आप में एक प्रेरणा थी, और भारतीय खिलाड़ियों ने इसे बखूबी साकार किया। हालांकि चीन ने टीम इंडिया को कड़ी टक्कर दी, लेकिन भारतीय डिफेंस और कप्तान हरमनप्रीत सिंह व जुगराज सिंह की जादुई हॉकी स्टिक ने जीत भारत के नाम कर दी। यह 25 मैचों में चीन के खिलाफ भारत की 19वीं जीत है, जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की श्रेष्ठता को दर्शाता है। इससे पहले चीन ने केवल 3 बार ही भारतीय टीम पर बाजी मारी थी।
मैच का रोमांच: चीन ने दी कड़ी टक्कर
मैच की शुरुआत भारत के लिए उतनी अच्छी नहीं रही जितनी उम्मीद की जा रही थी। 12वें मिनट में चीन के ड्यू शिहाओ ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम को 1-0 की शुरुआती बढ़त दिला दी। लेकिन भारतीय टीम ने जल्द ही वापसी की। 18वें मिनट में जुगराज सिंह ने एक बेहतरीन पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। इसके ठीक दो मिनट बाद, 20वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर पर अपना पहला गोल दागकर भारत को 2-1 की बढ़त दिला दी। हालांकि, 25वें मिनट में भारत को झटका लगा जब टीम के मुख्य खिलाड़ी हार्दिक सिंह को दो मिनट के लिए ग्रीन कार्ड दिखाकर बाहर किया गया। हाफ टाइम तक भारत 2-1 से आगे था।
कप्तान हरमनप्रीत सिंह का जलवा और हैट्रिक
दूसरे हाफ की शुरुआत में भी भारतीय टीम का दबदबा कायम रहा। 33वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला और भारत की बढ़त को 3-1 तक पहुंचाया। यह उनका मैच में दूसरा गोल था। चीन ने हालांकि हार नहीं मानी और 35वें मिनट में चेन बेनहाई ने पेनल्टी कॉर्नर से गोल कर स्कोर को फिर 3-2 कर दिया, जिससे मैच और रोमांचक हो गया। मैच के निर्णायक क्षणों में, 47वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने एक और शानदार पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर अपनी हैट्रिक पूरी की। इस गोल ने भारत की जीत लगभग सुनिश्चित कर दी। हरमनप्रीत के सभी तीन गोल पेनल्टी कॉर्नर से आए, जो उनकी विशेषज्ञता और सटीकता को दर्शाता है। मैच में चीन के लिए तीसरा गोल Jiesheng ने किया, जबकि भारत के सूरज और जरमनप्रीत सिंह को भी ग्रीन कार्ड मिला।
भारत की चीन पर लगातार 19वीं विजय
यह जीत भारतीय हॉकी के लिए न केवल एशिया कप में एक शानदार शुरुआत है, बल्कि चीन पर उसके ऐतिहासिक दबदबे को भी मजबूत करती है। 25 मुकाबलों में 19 जीत के साथ, भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब बात हॉकी की आती है, तो वह चीन से कहीं आगे है। यह जीत मेजर ध्यानचंद को सच्ची श्रद्धांजलि थी और भारतीय टीम के आगामी मैचों के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाली भी। भारतीय हॉकी प्रशंसक इस रोमांचक जीत का जश्न मना रहे हैं और एशिया कप में टीम के आगे के सफर के लिए उत्साहित हैं।