प्रोटीन हमारे शरीर के लिए एक बेहद ज़रूरी पोषक तत्व है, यह बात हम सभी जानते हैं। मांसपेशियां बनाने, इम्यूनिटी मज़बूत करने और हार्मोन्स के संतुलन के लिए इसकी अहम भूमिका होती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि ज़रूरत से ज़्यादा प्रोटीन का सेवन आपकी सेहत को गंभीर नुकसान भी पहुंचा सकता है, खासकर पुरुषों की प्रजनन क्षमता को? हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि हाई-प्रोटीन डाइट और सप्लीमेंट्स का अत्यधिक इस्तेमाल पुरुषों में बांझपन का कारण बन रहा है। आइए जानते हैं इस गंभीर मुद्दे के बारे में विस्तार से।
पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर प्रोटीन का असर
आजकल फिटनेस और मस्कुलर बॉडी बनाने की चाहत में कई पुरुष हाई-प्रोटीन डाइट और प्रोटीन सप्लीमेंट्स का सहारा ले रहे हैं, जिसमें प्रोटीन पाउडर और नॉन-वेज फूड्स का अत्यधिक सेवन शामिल है। फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. रश्मि अग्रवाल बताती हैं, “कुछ प्रोटीन पाउडर में मिलावट, कृत्रिम मिठास या हानिकारक धातुएं हो सकती हैं, जो शुक्राणुओं के स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करती हैं। इसके अलावा, ज़रूरत से ज़्यादा प्रोटीन के सेवन से शरीर में अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की कमी भी हो सकती है, जिससे समग्र स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।”
प्राकृतिक प्रोटीन स्रोतों को दें प्राथमिकता, एक्सपर्ट से लें सलाह
डॉ. रश्मि अग्रवाल आगे कहती हैं कि पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए प्रोटीन महत्वपूर्ण है, लेकिन इसका सेवन संतुलित मात्रा में होना चाहिए। अत्यधिक प्रोटीन लेने से डाइट असंतुलित हो जाती है और लंबे समय तक हाई-प्रोटीन डाइट लेना शुक्राणु (स्पर्म) काउंट को कम कर सकता है। इसलिए, पुरुषों को सलाह दी जाती है कि वे प्रोटीन के लिए प्राकृतिक स्रोतों जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, अंडे, मछली, दालें और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें। आर्टिफीशियल तरीके से तैयार किए गए प्रोटीन फूड्स पर अत्यधिक निर्भरता से बचें। अपनी उम्र, वज़न और दिनचर्या के हिसाब से प्रोटीन की सही मात्रा जानने के लिए किसी पोषण विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें। इस तरह आप अपनी शारीरिक सेहत और प्रजनन क्षमता दोनों को बेहतर बनाए रख सकते हैं।