फेस्टिव सीजन का खुशनुमा माहौल है और अगर आप अपने सपनों का घर खरीदने या कुछ नया करने की सोच रहे हैं, तो लोन की मासिक किस्त (EMI) का बोझ अक्सर थोड़ी चिंता पैदा करता है। लेकिन अब, `HDFC Bank` अपने लाखों ग्राहकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी लेकर आया है! बैंक ने अपनी ब्याज दरें, जिन्हें `MCLR` (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट) कहते हैं, उनमें 5 बेसिस प्वाइंट तक की कटौती की है। इसका सीधा असर आपके `Home Loan` और अन्य MCLR-लिंक्ड लोन्स पर पड़ेगा, जिससे आपकी मासिक किस्त (EMI) थोड़ी हल्की हो जाएगी। यह `Interest Rate` कटौती ग्राहकों को बड़ी राहत देगी।
आज हम जानेंगे कि यह `MCLR` क्या होता है, `HDFC Bank` ने कितनी दरें घटाई हैं और सबसे जरूरी बात, अगर आपने ₹25 लाख का `Home Loan` लिया है और तीन साल हो चुके हैं, तो आपकी `EMI` में कितना अंतर आएगा। चलिए, एक-एक बात को बिल्कुल आसान भाषा में समझते हैं।
HDFC बैंक की नई MCLR दरें: क्या बदला?
बैंक ने ओवरनाइट से लेकर 2 साल तक की अवधि के लिए `MCLR` में 0.05% की कटौती की है। इसका मतलब है कि एक महीने, तीन महीने, छह महीने, एक साल और दो साल की अवधि के लिए `Interest Rate` कम हो गई हैं। हालांकि, तीन साल की MCLR दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। आमतौर पर `Home Loan` 1 साल या उससे ज़्यादा की MCLR से जुड़े होते हैं, इसलिए इस कटौती का सीधा फायदा आपको मिलेगा।
आपके सवालों के जवाब: EMI पर कितना असर?
आइए, आपकी `EMI` में कितनी राहत मिलेगी, इसे 6 आसान सवालों के जवाब और एक कैलकुलेशन के साथ समझते हैं:
सवाल 1: `HDFC Bank` ने कितनी ब्याज दर घटाई है?
जवाब: बैंक ने अपने `MCLR` (Marginal Cost of Lending Rate) को 5 बेसिस प्वाइंट यानी 0.05% घटाया है। 6 महीने और 1 साल का `MCLR` अब 8.70% से घटकर 8.65% हो गया है।
सवाल 2: `EMI` पर इसका असर कैसे पड़ेगा?
जवाब: जब भी `HDFC Bank` जैसी कोई संस्था `Interest Rate` घटाती है, तो आपकी `EMI` या तो कम हो जाती है या फिर लोन का टेन्योर (अवधि) घटा दिया जाता है। यह `Home Loan` और कार लोन धारकों के लिए अच्छी खबर है।
सवाल 3: ₹25 लाख के `Home Loan` पर `EMI` कितनी घटेगी?
जवाब: मान लीजिए किसी व्यक्ति ने 20 साल के लिए ₹25 लाख का `Home Loan` लिया था और वह 3 साल से `EMI` भर रहा है।
- पहले `Interest Rate`: 8.70%
- नई `Interest Rate`: 8.65%
`EMI` कैलकुलेशन (लगभग):
- पुरानी `EMI` (8.70% पर): ₹22,055
- नई `EMI` (8.65% पर): ₹21,987
यानी, आपकी `EMI` में लगभग ₹68 प्रति माह की कमी आएगी।
सवाल 4: कुल बचत कितनी होगी?
जवाब: अगर यह घटी हुई `Interest Rate` बाकी अवधि (17 साल) तक बनी रहती है, तो आपकी कुल बचत ₹13,800 से भी ज़्यादा हो सकती है। यह `Home Loan` धारकों के लिए एक बड़ी राहत है।
सवाल 5: किन लोन्स पर असर होगा?
जवाब: यह बदलाव उन लोन्स पर होगा जो `MCLR` से लिंक्ड हैं, जैसे `Home Loan`, कार लोन, और कुछ पर्सनल लोन।
सवाल 6: यह `Interest Rate` कटौती क्यों महत्वपूर्ण है?
जवाब: `HDFC Bank` द्वारा ब्याज दरों में थोड़ी भी कमी ग्राहकों को बड़ी राहत देती है। `EMI` हल्की होते ही हर महीने का कैश फ्लो सुधरता है और त्योहारों के सीजन में खर्च करने के लिए अधिक पैसे उपलब्ध होते हैं।
निष्कर्ष
`HDFC Bank` की यह `Interest Rate` कटौती भले ही छोटी लगे, लेकिन इसका असर बहुत बड़ा है। हर महीने `EMI` में हुई थोड़ी सी भी कमी, लंबी अवधि में हजारों रुपये की बचत कराती है, खासकर `Home Loan` जैसे बड़े लोन्स पर। अगर आपने भी `HDFC Bank` से MCLR-लिंक्ड `Loan` लिया है, तो यह निश्चित रूप से आपके लिए एक अच्छी खबर है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. MCLR क्या होता है?
A: `MCLR` (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट) वह न्यूनतम `Interest Rate` होती है जिस पर बैंक अपने ग्राहकों को लोन दे सकता है। यह हर बैंक द्वारा तय की जाती है।
Q2. बेसिस प्वाइंट (bps) क्या होता है?
A: 1 बेसिस प्वाइंट 0.01% के बराबर होता है। इसलिए, 5 बेसिस प्वाइंट का मतलब 0.05% की कटौती है।
Q3. क्या `Interest Rate` घटने से हमेशा `EMI` कम होती है?
A: हमेशा नहीं। कुछ मामलों में `EMI` वही रह सकती है, लेकिन आपके लोन की अवधि (टेन्योर) कम हो जाती है। यह आपके लोन एग्रीमेंट पर निर्भर करता है।
Q4. फ्लोटिंग और फिक्स्ड रेट लोन में क्या अंतर है?
A: फ्लोटिंग रेट `Loan` में `Interest Rate` बाजार की स्थितियों के अनुसार बदलती रहती है, जबकि फिक्स्ड रेट `Loan` में `Interest Rate` पूरे `Loan` अवधि के लिए तय रहती है। `HDFC Bank` की यह कटौती फ्लोटिंग रेट लोन्स पर लागू होगी।