बिहार की राजधानी पटना में सोमवार, 1 सितंबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का भव्य समापन हुआ। 17 अगस्त को शुरू हुई इस यात्रा के अंतिम पड़ाव पर इंडिया गठबंधन के तमाम दिग्गज नेता एकजुट हुए, जिन्होंने पटना की सड़कों पर मार्च किया और फिर डाकबंगला चौराहे पर बने मंच से जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, मल्लिकार्जुन खरगे और मुकेश सहनी जैसे बड़े चेहरे मौजूद थे, लेकिन सबकी निगाहें एक और कांग्रेसी नेता को ढूंढ रही थीं – पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव। और फिर जो सामने आया, उसने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी।
भव्य समापन और दिग्गजों की एकजुटता
पटना की सड़कें सोमवार को सियासी गहमागहमी से भरी रहीं। इंडिया गठबंधन के नेताओं ने एकता का संदेश देते हुए एक प्रभावशाली मार्च निकाला, जिसमें राहुल गांधी, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी समेत कई महत्वपूर्ण हस्तियां शामिल थीं। इस मार्च के बाद डाकबंगला चौराहे पर एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया, जहां इन नेताओं ने मोदी सरकार और बिहार की मौजूदा एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला। कार्यक्रम का उद्देश्य ‘वोटर अधिकार’ के महत्व पर जोर देना और आगामी चुनावों के लिए जनता को गोलबंद करना था।
मंच से दूर, साउंड सिस्टम के पास पप्पू यादव का वायरल वीडियो
इस बड़े आयोजन के बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसने सबका ध्यान खींचा। पूर्णिया से नवनिर्वाचित सांसद और कांग्रेस नेता पप्पू यादव मंच पर इंडिया गठबंधन के अन्य नेताओं के साथ नजर नहीं आए। बल्कि, वीडियो में उन्हें मंच के नीचे, साउंड सिस्टम के पास एक कुर्सी पर बैठकर थकान मिटाते और कोल्ड ड्रिंक पीते देखा जा सकता है। यह नजारा कई सवालों को जन्म दे रहा है, खासकर तब जब बीते दिनों ‘वोटर अधिकार यात्रा’ जब पूर्णिया से गुजरी थी, तब पप्पू यादव राहुल और तेजस्वी की जीप पर सवार होकर खासे उत्साहित दिखे थे। उस वक्त उन्होंने तेजस्वी यादव को बिहार का ‘जननायक’, ‘उम्मीद’ और ‘भविष्य’ बताया था और राहुल गांधी की भी जमकर तारीफ की थी। ऐसे में समापन कार्यक्रम में उनकी मंच से गैरमौजूदगी और यह वायरल वीडियो सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
NDA पर राहुल-तेजस्वी का तीखा प्रहार
समापन कार्यक्रम में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में कहा कि बिहार लोकतंत्र की धरती है और यहीं से लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजतंत्र कायम करने की कोशिशें हो रही हैं और बिहारियों को ठगा जा रहा है। तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा कि ये लोग ‘फैक्ट्री गुजरात में और विक्ट्री बिहार में’ चाहते हैं। उन्होंने भीड़ से सरकार बदलने के नारे लगवाए और कहा कि यहां की सरकार ‘अचेत अवस्था’ में है। उन्होंने ‘डबल इंजन’ की सरकार को ‘नकलची’ बताते हुए कहा कि उनके विजन की नकल की जा रही है, लेकिन इस सरकार के पास अपना कोई विजन नहीं है। राहुल गांधी ने भी अपने संबोधन में देश और राज्य के ज्वलंत मुद्दों पर सरकार को घेरा और जनता से ‘वोटर अधिकार’ का सही इस्तेमाल करने की अपील की।