क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी आंखें सिर्फ देखने का नहीं, बल्कि आपके शरीर में छिपी गंभीर बीमारियों का संकेत भी दे सकती हैं? हाल ही में हुए एक महत्वपूर्ण शोध ने इस धारणा को मजबूती दी है। शीर्ष डॉक्टरों ने दावा किया है कि रक्त कैंसर (Blood Cancer) जैसी जानलेवा बीमारी को अब नियमित नेत्र परीक्षणों (eye exam) के माध्यम से जल्दी पहचाना जा सकता है। यह खोज चिकित्सा विज्ञान में एक नया अध्याय खोल सकती है, जिससे हजारों लोगों की जान बचाने में मदद मिल सकती है।
आंखों के सूक्ष्म परिवर्तनों से मिलेगी कैंसर की जानकारी
इस सफलता भरी खोज से पता चला है कि उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाले नेत्र विशेषज्ञों द्वारा किए गए आंखों के स्कैन से ऐसे सूक्ष्म परिवर्तनों का पता लग सकता है, जो घातक कैंसर के विकसित होने के बढ़ते जोखिम से संबंधित हैं। इन कैंसर में ल्यूकेमिया (leukemia) और हॉजकिन लिम्फोमा जैसे रक्त कैंसर शामिल हैं, जो हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करते हैं।
अध्ययन में स्वस्थ रोगियों के आंकड़ों की तुलना उन लोगों से की गई जिनमें ये परिवर्तन पाए गए। यह सामने आया कि जिन लोगों में ऐसे बदलाव थे, उनमें अगले दशक में मज्जा ट्यूमर (myeloma tumors) या ल्यूकेमिया (leukemia) का निदान होने की संभावना अधिक थी। इस शोध में 1,300 से अधिक यूके के रोगियों से प्राप्त आंखों के स्कैन का विश्लेषण करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI in medicine) का उपयोग किया गया।
रक्त कैंसर का निदान: एक मुश्किल चुनौती
रक्त कैंसर के लक्षणों को पहचानना अक्सर मुश्किल होता है, क्योंकि थकान, रात में पसीना और चोट लगना जैसे लक्षण कई अन्य सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं से मिलते-जुलते हो सकते हैं। इस कारण इसकी early detection कठिन होती है। चैरिटी ब्लड कैंसर यूके के अनुसार, यह फेफड़े और आंतों के कैंसर के बाद देश में तीसरा सबसे बड़ा कैंसर है, जिससे प्रति वर्ष लगभग 16,000 मौतें होती हैं।
फिलहाल रक्त कैंसर के लिए कोई सरल स्क्रीनिंग टेस्ट उपलब्ध नहीं है। लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि पुरानी सूजन (chronic inflammation) एक संकेत हो सकती है। यह सूजन रेटिना में रक्त वाहिकाओं में सूक्ष्म परिवर्तन लाती है, जिसे अब पहचाना जा सकता है। शीर्ष डॉक्टरों का कहना है कि इन रक्त कैंसर का पता नियमित नेत्र परीक्षणों में पहले लगाया जा सकता है।
विशेषज्ञों की राय और भविष्य की संभावनाएं
यह महत्वपूर्ण अध्ययन यूरोपीय कैंसर पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। संयुक्त राज्य अमेरिका में एमोरी विश्वविद्यालय के वरिष्ठ लेखक डॉ. अनंत मदभुशी ने कहा: ‘यह खोज नेत्र रोग विशेषज्ञों को नियमित रेटिना छवियों का उपयोग करके उन लोगों में कई मज्जा, लिम्फोमा और ल्यूकेमिया विकसित करने के जोखिम की भविष्यवाणी करने में मदद कर सकती है, जो निदान से दस साल पहले ही संभव होगा।’
ब्लड कैंसर यूके में अनुसंधान के उप निदेशक डॉ. रिचर्ड फ्रांसिस ने टिप्पणी की: ‘हालांकि नैदानिक अभ्यास में इसका उपयोग करने से पहले और अधिक शोध की आवश्यकता है, ये निष्कर्ष सैद्धांतिक रूप से एक महत्वपूर्ण सबूत प्रदान करते हैं कि AI-नियंत्रित उपकरण हमें पहले हस्तक्षेप करने और परिणामों में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।’
यह शोध चिकित्सा जगत में एक नई आशा जगाता है। यदि यह तकनीक व्यापक रूप से लागू हो पाती है, तो यह रक्त कैंसर (Blood Cancer) के खिलाफ हमारी लड़ाई को एक नया आयाम दे सकती है, जिससे हजारों जानें बचाई जा सकेंगी और रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।