क्लाउड सॉल्यूशंस प्रोवाइडर E2E Networks Ltd को हाल ही में एक बड़ी सफलता मिली है। कंपनी को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) से 177 करोड़ रुपये का एक महत्वपूर्ण ऑर्डर प्राप्त हुआ है। यह कॉन्ट्रैक्ट इंडिया AI मिशन (IndiaAI Mission) के तहत दिया गया है, जो देश के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस खबर के बाद मंगलवार (2 सितंबर, 2025) को कंपनी के शेयरों में 3.57% की तेजी देखी गई, और यह ₹2,351.10 पर बंद हुआ।
E2E Networks को मिला ₹177 करोड़ का बड़ा AI कॉन्ट्रैक्ट
E2E Networks को मंत्रालय से एक औपचारिक पत्र मिला है, जिसके अनुसार उसे H100 SXM और H200 SXM GPU रिसोर्सेज तुरंत GNANI AI को उपलब्ध कराने होंगे। इन हाई-पावर्ड GPU का इस्तेमाल भारत के फाउंडेशनल AI मॉडल को विकसित करने के लिए किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट देश में AI क्षमताओं को बढ़ाने की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है।
इंडियाAI मिशन: क्या है इस नए ऑर्डर में?
इस बड़े कॉन्ट्रैक्ट के तहत, E2E Networks अगले 360 दिनों तक GPU रिसोर्सेज उपलब्ध कराएगी। यह कुल मिलाकर लगभग 1.3 करोड़ GPU घंटे (1,29,94,560) होंगे। इन GPU को एक सिंगल फैब्रिक पर InfiniBand (IB) नेटवर्क के साथ डिप्लॉय किया जाएगा, जो हाई-स्पीड डेटा ट्रांसफर और प्रोसेसिंग सुनिश्चित करेगा। कंपनी का मानना है कि यह डील भारत के AI इंफ्रास्ट्रक्चर इकोसिस्टम में उसकी भूमिका को और मजबूत करती है, साथ ही सरकार के AI कैपेसिटी बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम भी है।
भारत के AI इकोसिस्टम में E2E की मजबूत होती भूमिका
यह कॉन्ट्रैक्ट न केवल E2E Networks के लिए एक व्यावसायिक उपलब्धि है, बल्कि यह भारत को वैश्विक AI मानचित्र पर लाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल भी है। फाउंडेशनल AI मॉडल का विकास देश को अपनी खुद की AI क्षमताओं पर नियंत्रण रखने और नवाचार को बढ़ावा देने में मदद करेगा। E2E Networks जैसी भारतीय कंपनियों का इस मिशन में शामिल होना ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ओर एक और कदम है।
विस्तार और अधिग्रहण पर भी E2E का फोकस
यह महत्वपूर्ण ऑर्डर ऐसे समय में आया है जब E2E Networks अपने AI/ML ऑफरिंग्स का लगातार विस्तार कर रही है। इससे पहले 28 अगस्त को, कंपनी के बोर्ड ने कोयंबटूर स्थित Jarvis Labs AI Pvt Ltd के कुछ एसेट्स के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी। Jarvis Labs AI एक स्टार्टअप है जो AI और डीप लर्निंग के लिए GPU क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करता है। इस अधिग्रहण में कंपनी का IP, हार्डवेयर, डोमेन और कस्टमर एसेट्स शामिल हैं, जिससे E2E की AI/ML पेशकशों को और मजबूती मिलेगी।
E2E Networks के शेयरों का हाल
बाजार में E2E Networks के शेयरों का प्रदर्शन मिला-जुला रहा है। मंगलवार (2 सितंबर, 2025) को NSE पर शेयर 3.57% चढ़कर ₹2,351.10 पर बंद हुआ। पिछले 1 महीने में स्टॉक में 8.41% की तेजी दर्ज की गई है। वहीं, बीते 6 महीने में इसने निवेशकों को 25.32% का रिटर्न दिया है। हालांकि, इस साल यानी 2025 में स्टॉक 44.58% नीचे आया है। निवेशकों को कंपनी के भविष्य के प्रदर्शन पर नजर रखनी होगी, खासकर इस बड़े सरकारी कॉन्ट्रैक्ट के बाद।
क्या है E2E Networks का बिजनेस?
E2E Networks एक अग्रणी क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जो स्टार्टअप्स, एंटरप्राइजेज और रिसर्च संगठनों को क्लाउड-बेस्ड कंप्यूटिंग, स्टोरेज और GPU सेवाएं उपलब्ध कराती है। कंपनी खासतौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML), डीप लर्निंग (DL) और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) प्रोजेक्ट्स के लिए किफायती और स्केलेबल GPU क्लाउड सॉल्यूशंस प्रदान करने के लिए जानी जाती है।
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