भारतीय राजनीति में तीखी बयानबाजी कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब बात व्यक्तिगत टिप्पणियों और पारिवारिक सम्मान तक पहुंचती है, तो विवाद गहरा जाता है। हाल ही में, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उस समय तीखा हमला बोला, जब पीएम मोदी ने अपनी दिवंगत मां पर की गई कथित अभद्र टिप्पणी पर दुख व्यक्त किया। मोइत्रा ने पीएम मोदी के इस संबोधन को ‘थोड़ा ज़्यादा’ बताते हुए उनके ही पुराने बयानों की याद दिलाई, जिससे राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस छिड़ गई है।
महुआ मोइत्रा का पीएम मोदी पर पलटवार
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पीएम मोदी के उस संबोधन को, जिसमें उन्होंने अपनी दिवंगत मां पर की गई कथित अभद्र टिप्पणी का ज़िक्र किया था, ‘थोड़ा ज़्यादा ही’ बताया। महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री पर राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। महुआ मोइत्रा ने लिखा, ‘दीदी ओ दीदी’ का सड़कों पर हूटिंग से लेकर ममता बनर्जी तक, ‘जर्सी गाय’ और ‘कांग्रेस की विधवा’ सोनिया गांधी जी तक, और शशि थरूर की पत्नी के लिए ‘50 करोड़ की गर्लफ्रेंड’ तक, माननीय नरेंद्र मोदी जी ने सब कुछ कहा है। आज उनका ‘माइंड योर लैंग्वेज’ भाषण थोड़ा ज़्यादा ही लगता है।’
प्रधानमंत्री मोदी की भावुक प्रतिक्रिया और विवाद की जड़
दरअसल, पीएम मोदी ने पहली बार इस विवाद पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उनकी दिवंगत मां अब इस दुनिया में नहीं हैं, फिर भी कांग्रेस-आरजेडी के मंच से उन्हें निशाना बनाया गया। मोदी ने इसे ‘दुखद’ बताया। प्रधानमंत्री ने यह बात एक वर्चुअल कार्यक्रम में कही, जहां उन्होंने बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का शुभारंभ किया। यह विवाद पिछले हफ्ते एक वीडियो क्लिप सामने आने के बाद शुरू हुआ। इसमें कुछ अज्ञात लोग कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री पर हिंदी में गाली देते सुनाई दे रहे थे। यह यात्रा बिहार के दरभंगा से शुरू हुई थी। वीडियो में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी दिखाई दे रहे थे। हालांकि, इस वीडियो की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है।
‘शाही युवराज’ बनाम ‘गरीब मां का बेटा’: पीएम मोदी का वार
भरे गले से पीएम मोदी ने कहा कि यह बिहार की सभी माताओं और बेटियों का अपमान है। इस दौरान उन्होंने याद किया कि किस तरह उनकी मां ने कठिन परिस्थितियों में उन्हें और परिवार को पाला। उन्होंने कहा, वह अपने लिए कभी नई साड़ी नहीं खरीदती थीं, हर पैसे को परिवार के लिए बचाती थीं। तेजस्वी यादव और राहुल गांधी पर तंज कसते हुए पीएम मोदी बोले, ‘ये युवराज, जो शाही परिवारों में पैदा हुए हैं, गरीब मां की तपस्या और बेटे का दर्द नहीं समझ सकते। वे चांदी की चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। उन्हें लगता है कि देश और बिहार की ताकत उनके परिवार की विरासत है और सत्ता की कुर्सी सिर्फ उन्हीं को मिलनी चाहिए।’
यह घटनाक्रम भारतीय राजनीति में व्यक्तिगत और सार्वजनिक मर्यादा के बीच की महीन रेखा को दर्शाता है। जहां एक ओर प्रधानमंत्री अपनी मां के अपमान पर भावुक हुए, वहीं दूसरी ओर विपक्षी नेताओं ने उनके ही पुराने बयानों को उठाकर उन पर पाखंड का आरोप लगाया। इस राजनीतिक बयानबाजी ने देश में भाषा के गिरते स्तर पर एक नई बहस छेड़ दी है।