कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) 2025 में एक बार फिर वेस्टइंडीज के दिग्गज ऑलराउंडर किरोन पोलार्ड ने अपनी उम्र को धता बताती हुई तूफानी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया है। 38 साल की उम्र में जहां कई खिलाड़ी संन्यास ले लेते हैं या कोचिंग की भूमिका में दिखते हैं, वहीं पोलार्ड ने बल्ले से ऐसा कमाल दिखाया, जिसने पूरे क्रिकेट जगत को हैरत में डाल दिया। उन्होंने एक मैच में महज 8 गेंदों में 7 गगनचुंबी छक्के जड़कर साबित कर दिया कि जब तक उनके हाथ में बल्ला है, वे आज भी सबसे खूंखार बल्लेबाजों में से एक हैं।
उम्र बस एक नंबर: पोलार्ड का तूफानी प्रदर्शन
किरोन पोलार्ड के लिए उम्र सिर्फ एक आंकड़ा है, जिसका उनकी बल्लेबाजी पर कोई असर नहीं पड़ता। CPL 2025 के एक महत्वपूर्ण मैच में, उन्होंने अपनी विंटेज फॉर्म दिखाते हुए लंबे-लंबे छक्कों की बरसात कर दी। यह एक ऐसा क्षण था जब दर्शकों ने पोलार्ड की ‘पागलपन भरी बल्लेबाजी’ को करीब से देखा। उनकी इस पारी में लगातार पांच छक्के भी शामिल थे, जिसने हर किसी को दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया।
मैच का रोमांच: ट्रिनबागो नाइट राइडर्स बनाम सेंट किट्स एंड नैविस पेट्रियट्स
यह धमाकेदार मुकाबला 1 सितंबर को ट्रिनबागो नाइट राइडर्स और सेंट किट्स एंड नैविस पेट्रियट्स के बीच 19वें लीग मैच के रूप में खेला गया। किरोन पोलार्ड उस नाजुक मोड़ पर बल्लेबाजी करने उतरे, जब उनकी टीम ट्रिनबागो नाइट राइडर्स 78/3 के स्कोर पर संघर्ष कर रही थी। इसके बाद, उन्होंने कप्तान निकोलस पूरन के साथ मिलकर मोर्चा संभाला और टीम के स्कोर में तूफानी अंदाज में 90 रन और जोड़ दिए।
इसी साझेदारी के दौरान, पोलार्ड के बल्ले से छक्कों की सुनामी देखने को मिली। उन्होंने केवल 29 गेंदों में 2 चौके और 8 छक्कों की मदद से 65 रनों की अविश्वसनीय पारी खेली। उनका स्ट्राइक रेट 224 से अधिक रहा और उन्होंने महज 21 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया, जो उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी का प्रमाण था।
छक्कों की सुनामी: पोलार्ड का दबदबा
पोलार्ड की इस यादगार पारी का मुख्य आकर्षण उनके द्वारा खेली गई 8 गेंदों में से 7 पर जड़े गए छक्के थे। उन्होंने एक ही ओवर में वकार सलामखील को लगातार चार छक्के लगाए, जिससे गेंदबाज पूरी तरह से हिल गया। इतना ही नहीं, उन्होंने नवियन बिदेशी की चार गेंदों में से तीन गेंदों को भी हवाई मार्ग से बाउंड्री के पार भेजा।
यह कोई पहली बार नहीं था जब पोलार्ड ने इस टूर्नामेंट में ऐसा जलवा दिखाया हो। इससे पहले भी वे 29 गेंदों में 65 रन की एक और दमदार पारी खेल चुके थे। उनकी इस पारी की बदौलत, जिस टीम का स्कोर एक समय 150 के आसपास भी पहुंचना मुश्किल लग रहा था, वह 179 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच गई और अंततः मैच जीतने में भी सफल रही। किरोन पोलार्ड ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्रिकेट में अनुभव और जुनून का कोई मुकाबला नहीं होता।