बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित 71वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा (BPSC Prelims 2025) ने इस बार अभ्यर्थियों को सचमुच ‘दिन में तारे’ दिखा दिए। 13 सितंबर, 2025 को पूरे बिहार में आयोजित हुई यह परीक्षा अपने उच्च कठिनाई स्तर को लेकर चर्चा का विषय बनी हुई है। लाखों की संख्या में उपस्थित हुए उम्मीदवारों ने बताया कि यह पेपर केवल रटने वालों के लिए नहीं, बल्कि गहन अध्ययन करने वालों के लिए ही था। आइए, इस BPSC 71st Exam का विस्तृत Exam Analysis करते हैं।
लाखों अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा, कड़ी सुरक्षा में हुआ आयोजन
यह महत्वपूर्ण परीक्षा दोपहर 12 बजे से शुरू होकर 2 बजे तक चली। आयोग के अनुसार, इस बार 4 लाख 70 हजार 528 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किया था, जिनमें से बड़ी संख्या में उम्मीदवार परीक्षा देने पहुंचे। Bihar PSC द्वारा 1298 पदों के लिए आयोजित इस परीक्षा के लिए कुल 37 जिलों में 912 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। राजधानी पटना में ही 70 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 50 हजार 244 अभ्यर्थी उपस्थित हुए। परीक्षा केंद्रों के बाहर सुबह से ही उम्मीदवारों की लंबी कतारें और भीड़ देखने को मिली, जो परीक्षा के महत्व को दर्शाती है।
कठिनाई का स्तर रहा ‘बहुत ऊंचा’, करेंट अफेयर्स ने किया परेशान
परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों का कहना था कि इस बार का पेपर देखकर सचमुच BPSC Prelims का वास्तविक स्तर समझ आया। पिछले साल पेपर के आसान होने पर आयोग की काफी आलोचना हुई थी, लेकिन इस बार आयोग ने पेपर सेटिंग में खास ध्यान दिया और कठिनाई स्तर को पहले से कहीं ज्यादा रखा। पटना के कंकड़बाग स्थित गंगा देवी महिला महाविद्यालय से निकले एक अभ्यर्थी ने बताया, "सवाल इतने कठिन थे कि पेपर देखते ही ‘दिन में तारे दिखने’ जैसी स्थिति हो गई।"
सबसे ज्यादा परेशानी Current Affairs के सेक्शन ने खड़ी की। अभ्यर्थियों के अनुसार, करेंट अफेयर्स के प्रश्न इतने उलझे हुए थे कि कहीं से कोई क्लू मिलना ही मुश्किल था। कुल दो घंटे की परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे गए, जिनमें करेंट अफेयर्स ने सबसे अधिक भ्रमित किया। ज्यादातर अभ्यर्थियों का मानना था कि करेंट अफेयर्स इस बार का सबसे कठिन हिस्सा था। बाकी पेपर को उन्होंने मॉडरेट से हाई लेवल के बीच रेट किया।
नेगेटिव मार्किंग और सख्त नियम
इस बार परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक काटे जाने का प्रावधान था, जिसके चलते सभी कैंडिडेट्स ने सोच समझकर उत्तर भरा। परीक्षा केंद्रों पर बेहद सख्त सुरक्षा व्यवस्था थी। मोबाइल, ब्लूटूथ, स्मार्ट वॉच, कैलकुलेटर, व्हाइट फ्लूड, ब्लेड, इरेज़र सहित किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक आइटम परीक्षा केंद्र में पूरी तरह प्रतिबंधित था। इन नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया गया।
निष्कर्ष: केवल रटने से बात नहीं बनेगी
कुल मिलाकर, ज्यादातर अभ्यर्थियों ने एक सुर में स्वीकार किया कि इस बार का BPSC 71st Exam पेपर केवल रटने वाले उम्मीदवारों के लिए नहीं था। यह उन अभ्यर्थियों के लिए बनाया गया था जिन्होंने विषय की गहराई से पढ़ाई की थी और अवधारणाओं को समझा था। यह परीक्षा बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से एक संकेत है कि अब परीक्षा में सफलता पाने के लिए उम्मीदवारों को और अधिक गंभीर और समग्र तैयारी करनी होगी।