भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए मंगलवार की सुबह एक सकारात्मक संकेत लेकर आ सकती है। अमेरिका से लेकर एशिया तक, ग्लोबल मार्केट्स से मिल रहे मजबूत संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार में तेजी के साथ कारोबार की शुरुआत होने की संभावना है। यह न केवल निवेशकों के लिए बल्कि पूरे Stock Market के लिए उत्साहवर्धक खबर है।
वैश्विक बाजारों में हरियाली
वैश्विक बाजारों पर नजर डालें तो, जापान का निक्केई इंडेक्स सोमवार को तूफानी रफ्तार से भागते हुए जोरदार बढ़त लेकर बंद हुआ था और मंगलवार को भी यह 90 अंक की उछाल के साथ कारोबार कर रहा था। हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स तो 1 फीसदी से ज्यादा उछल गया और 280 अंकों की तेजी के साथ ट्रेड करता दिखा। इसके अलावा, साउथ कोरिया का कोस्पी इंडेक्स भी 50 अंकों की तेजी लेकर कारोबार कर रहा था, जबकि फ्रांसीसी स्टॉक इंडेक्स सीएसी में भी 60 अंकों की उछाल देखने को मिली। ये सभी मजबूत Global Cues भारतीय बाजारों के लिए शुभ संकेत हैं।
अमेरिकी बाजारों का दमदार प्रदर्शन
सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में भी जोरदार तेजी देखने को मिली। डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 114 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ, तो पूरे कारोबार दिन की तेजी के बाद एसएंडपी-500 इंडेक्स और नास्डैक ने भी क्रमशः 6495.15 और 21,798.70 के स्तर पर कारोबार समाप्त किया। इन तीनों प्रमुख सूचकांकों का हरे निशान पर बंद होना, वैश्विक आर्थिक रिकवरी की उम्मीदों को बल देता है और Indian Share Market के लिए सकारात्मक माहौल बनाता है।
भारतीय बाजार की पिछली चाल
हालांकि, बीते कारोबारी दिन भारतीय बाजार ने एक अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन आखिरी कारोबारी घंटे में शुरुआती तेजी कुछ कम पड़ गई थी। Sensex अपने पिछले बंद 80,710.76 की तुलना में उछलकर 80,904.40 पर खुला था और कारोबार के दौरान 81,171.38 तक उछला था, लेकिन अंत में यह महज 76.54 अंकों की तेजी के साथ 80,787.30 पर बंद हुआ था। Nifty भी 24,741 के अपने पिछले बंद के मुकाबले उछलकर 24,802 पर ओपन होने के बाद 24,885.50 तक पहुंचा था, लेकिन Sensex की तरह ही यह भी अंत में सिर्फ 32.15 अंक की तेजी के साथ 24,773.15 पर ठहरा।
विशेषज्ञों की राय: आगे क्या?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि GST कट को लेकर लिए गए फैसलों और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा संभावित पॉलिसी रेट में कटौती से बाजार का सेंटीमेंट पॉजिटिव दिख रहा है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका के अनुसार, ग्लोबल ट्रेड वॉर और अमेरिका के कमजोर जीडीपी आंकड़ों को लेकर जारी चिंताओं के बीच निवेशकों का ध्यान फेड की आगामी ब्याज दर के फैसले पर है। उन्होंने कहा कि बाजार के सकारात्मक रुख बनाए रखने की उम्मीद है। कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च के हेड श्रीकांत चौहान के मुताबिक, शॉर्ट-टर्म Market Outlook अस्थिर बना रह सकता है, लेकिन Nifty के 24,900 और Sensex के 81,200 के स्तर को पार करने के बाद ही नई तेजी संभव है।
निष्कर्ष और सलाह
कुल मिलाकर, वैश्विक बाजारों से मिल रहे मजबूत Global Cues भारतीय Stock Market के लिए एक आशाजनक तस्वीर पेश कर रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय बाजार इन सकारात्मक संकेतों को कितनी मजबूती से भुना पाता है। हालांकि, शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह लेना हमेशा बुद्धिमानी है। बाजार की अस्थिरता को देखते हुए सूचित निर्णय लेना महत्वपूर्ण है।