मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महिला मोर्चा ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित अपशब्दों के इस्तेमाल को लेकर उपजे आक्रोश के बीच, भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी की अर्थी निकाली और उसे जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भाजपाई और महिला कार्यकर्ता शामिल हुईं, जिन्होंने कांग्रेस को कड़ी चेतावनी भी दी।
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, यह पूरा विवाद बिहार के दरभंगा में राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ के दौरान हुआ, जहां उन्होंने कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। भाजपा ने इसे प्रधानमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ मानते हुए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। इसी कड़ी में भोपाल में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर अपना गुस्सा जाहिर किया।
सड़कों पर उतरी मातृशक्ति, पुलिस से हुई झड़प
रविवार को बड़ी संख्या में भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ता रेड क्रॉस चौराहे पर इकट्ठा हुईं। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कांग्रेस कार्यालय की ओर बढ़ने लगीं। हालांकि, सिद्धांता अस्पताल के सामने पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर भीड़ को आगे बढ़ने से रोक दिया। प्रदर्शन के बीच अचानक तेज बारिश शुरू हो गई, लेकिन इससे कार्यकर्ताओं का जोश कम नहीं हुआ। बारिश के बीच ही महिला कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी की अर्थी को जलाया और अपनी नाराजगी व्यक्त की। इसके बाद प्रदर्शन को समाप्त कर दिया गया।
ये बड़े नेता रहे मौजूद
इस विरोध प्रदर्शन में भाजपा के कई बड़े नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। इनमें प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, राज्यसभा सांसद माया नारोलिया और जिलाध्यक्ष रविंद्र यति प्रमुख रूप से शामिल थे। इन नेताओं की उपस्थिति ने प्रदर्शन को और धार दी।
भाजपा महिला मोर्चा की कांग्रेस को दो टूक चेतावनी
प्रदर्शन के दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को सीधी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, ‘मातृशक्ति अब जाग चुकी है। यदि अभी भी कांग्रेस ने होश नहीं संभाला तो बची हुई कांग्रेस भी स्वाहा हो जाएगी।’ महिला कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की भी मांग की, अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। यह संदेश स्पष्ट था कि भाजपा महिला मोर्चा इस मुद्दे को हल्के में लेने को तैयार नहीं है।
निष्कर्ष
भोपाल में हुए इस प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया कि भाजपा राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ की गई किसी भी टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेगी। मातृशक्ति के इस आक्रोश भरे प्रदर्शन ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर सार्वजनिक माफी मांगने का दबाव बढ़ा दिया है। आने वाले समय में देखना होगा कि इस विरोध प्रदर्शन का राजनीतिक गलियारों में क्या असर होता है।