बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले Bihar Police SI Recruitment का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। हजारों की संख्या में पुलिस दारोगा भर्ती के अभ्यर्थी राजधानी पटना की सड़कों पर उतर आए हैं, अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर पर जुटे इन अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति की मांग की। हालांकि, इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के बाद पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा, जिससे मौके पर भगदड़ मच गई।
क्यों हो रहा है यह Patna protest?
अभ्यर्थियों की मुख्य मांग है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दारोगा भर्ती के लिए अधिसूचना (नोटिफिकेशन) जारी किया जाए। उनका कहना है कि लंबे समय से इस भर्ती का इंतजार किया जा रहा है और चुनाव से पहले इसे पूरा किया जाना चाहिए ताकि युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें। यह Patna protest सिर्फ नोटिफिकेशन तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रदर्शनकारी कई अन्य महत्वपूर्ण मांगें भी उठा रहे हैं।
पुलिस का लाठीचार्ज और अभ्यर्थियों की दृढ़ता
गांधी मैदान में प्रदर्शन के दौरान जब अभ्यर्थियों ने आगे बढ़ने की कोशिश की और नारेबाज़ी तेज़ हुई, तो पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस Lathi-charge के बाद घटनास्थल पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। बावजूद इसके, अभ्यर्थियों का जोश कम नहीं हुआ और वे अपनी मांगों पर अडिग रहे। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक वे प्रदर्शन जारी रखेंगे। इस घटना ने एक बार फिर युवाओं और सरकार के बीच संवादहीनता को उजागर किया है।
Bihar Daroga Bharti: अन्य प्रमुख मांगें
चुनाव से पहले भर्ती नोटिफिकेशन जारी करने के अलावा, प्रदर्शनकारी Bihar Daroga Bharti से जुड़ी कई अन्य महत्वपूर्ण मांगें भी कर रहे हैं। इनमें प्रमुख हैं:
- दारोगा भर्ती परीक्षा की कार्बन कॉपी अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराई जाए।
- परीक्षा की उत्तर कुंजी (Answer-key) समय पर जारी की जाए।
- आगामी भर्ती परीक्षाओं का एक निश्चित कैलेंडर जारी किया जाए, ताकि अभ्यर्थियों को तैयारी के लिए स्पष्ट समय-सीमा मिल सके।
राजधानी में जाम, सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के लिए पटना पहुंचने से शहर की कई प्रमुख सड़कें जाम हो गईं। यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। पुलिस ने युवाओं को नियंत्रित करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए और सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह उनकी आवाज उठाने का एकमात्र तरीका है और वे अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। यह घटना Bihar Assembly Elections से पहले सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, क्योंकि युवाओं का यह असंतोष चुनाव पर भी असर डाल सकता है।