क्या आप रोजाना घंटों टहलते हैं, लेकिन फिर भी अपनी बढ़ती पेट की चर्बी या टोन न होती मांसपेशियों से परेशान हैं? आप अकेले नहीं हैं! कई लोग सोचते हैं कि पैदल चलना सर्वोत्तम व्यायाम है, और यह है भी – शरीर को स्वस्थ रखने, दिल की सेहत का ख्याल रखने, स्ट्रेंथ बढ़ाने और लंबी उम्र के लिए यह बेहद फायदेमंद है। लेकिन, जब आप रोजाना एक घंटे या उससे ज़्यादा समय तक तेज़ गति से चलते हैं, तो आपके शरीर की पोषण संबंधी ज़रूरतें बढ़ जाती हैं जिन्हें पूरा करना बेहद ज़रूरी है।
महाराष्ट्र के ठाणे के KIMS हॉस्पिटल्स की आहार विशेषज्ञ डॉ. गुलनाज शेख बताती हैं, ‘कई पैदल चलने वाले लोग आश्चर्य करते हैं कि भारी व्यायाम के बावजूद उनकी मांसपेशियां टोन क्यों नहीं होतीं, उन्हें सही पोश्चर हासिल करने में परेशानी क्यों होती है, या पेट की चर्बी क्यों बढ़ जाती है।’ इसका सीधा जवाब है – ‘पर्याप्त प्रोटीन न लेना और इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन।
डॉ. शेख के अनुसार, पर्याप्त प्रोटीन लेने और सोडियम की मात्रा कम करने से आपको पैदल चलने से न केवल कैलोरी बर्न करने बल्कि ओवरऑल फिटनेस में सुधार करने में भी मदद मिलेगी।
प्रोटीन सेवन बढ़ाएं – मांसपेशियों की मजबूती का राज
पैदल चलना आपके हृदय और पैरों को मजबूत करता है, लेकिन यह मांसपेशियों के नुकसान को सीधे तौर पर नहीं रोकता। पर्याप्त प्रोटीन के बिना, उम्र बढ़ने के साथ आपकी पतली मांसपेशियां कम होने और शरीर का आकार बदलने का खतरा रहता है। इसलिए, रोजाना कम से कम 25 से 30 ग्राम हाई क्वालिटी वाला प्रोटीन लेने का लक्ष्य निर्धारित करें। अंडे, पनीर, दालें, चिकन, मछली या सोया जैसे खाद्य पदार्थ इसके बेहतरीन स्रोत हैं। अगर आपके भोजन में यह नहीं मिलता, खासकर यदि आपकी उम्र 40 से ज़्यादा है, तो डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ की सलाह पर अपने आहार में बदलाव करें।
नमक और हाइड्रेशन का सही संतुलन – कमर पर नियंत्रण के लिए
तेज़ चलने से आपको जितना आप सोचते हैं, उससे ज़्यादा पसीना आता है। पसीना आने पर आप न केवल पानी, बल्कि सोडियम भी खो देते हैं। यदि आप इस नुकसान की भरपाई नहीं करते हैं, तो आपको नमकीन स्नैक्स खाने की तीव्र इच्छा हो सकती है, जिससे छिपी हुई कैलोरी और पेट की चर्बी बढ़ सकती है। टहलने के बाद एक चुटकी नमक के साथ एक गिलास नींबू पानी पीने से इस समस्या से बचने में मदद मिल सकती है। यह आपकी ऊर्जा को स्थिर रखता है और आपकी कमर को नियंत्रित रखता है।
इन सुझावों का पालन किसे करना चाहिए?
- जो लोग रोजाना एक घंटे या उससे ज़्यादा टहलते हैं।
- जो टहलने को ही अपने वर्कआउट रूटीन में मुख्य व्यायाम के रूप में पसंद करते हैं।
- जो 40 से ज़्यादा उम्र के हैं, क्योंकि इस उम्र के बाद मांसपेशियों का नुकसान तेज़ी से होता है।
सिर्फ टहलना ही काफी नहीं!
शरीर को टोन रखने और बेहतर परिणाम के लिए, आहार विशेषज्ञ डॉ. गुलनाज शेख हफ्ते में दो बार टहलने के साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या योग करने की सलाह देती हैं। यह शरीर में लचीलापन बनाए रखने और कोर स्ट्रेंथ को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।
वह कहती हैं, ‘लंबी उम्र के लिए टहलें, लेकिन मजबूत और सुडौल बने रहने के लिए समझदारी से खाएं।’ प्रोटीन और नमक का सही संतुलन आपकी रोज़ाना की वॉक को एक संपूर्ण फिटनेस पैकेज बना सकता है। तो अगली बार जब आप टहलने निकलें, तो अपने पोषण पर भी ध्यान देना न भूलें!