महानायक अमिताभ बच्चन 82 साल की उम्र में भी अपनी ऊर्जा, फिटनेस और सक्रिय जीवनशैली से लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं। उनकी हर नई फिल्म, ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) शो में उनकी जीवंत उपस्थिति और उनकी सोशल मीडिया एक्टिविटी देखकर कोई यकीन नहीं कर पाता कि उनकी उम्र 80 पार कर चुकी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी इस अविश्वसनीय Amitabh Bachchan fitness का राज क्या है? आइए, आज हम आपको सदी के इस महानायक के फिटनेस मंत्रों से रूबरू कराते हैं।
सुबह की खास शुरुआत: तुलसी और नीम के पत्ते
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमिताभ बच्चन रोजाना सुबह उठकर तुलसी और नीम के पत्ते चबाकर खाते हैं। इन प्राकृतिक औषधियों के सेवन से न केवल उनका शरीर डिटॉक्स होता है, बल्कि उन्हें दिन भर ऊर्जावान रहने में भी मदद मिलती है। यह उनकी दिनचर्या का एक अहम हिस्सा है जो उनके स्वस्थ रहने का मूलमंत्र है।
सजग ‘Amitabh Bachchan Diet’
अमिताभ बच्चन अपनी डाइट को लेकर बेहद सजग रहते हैं। वह हमेशा हेल्दी फूड्स को प्राथमिकता देते हैं और किसी भी तरह के जंक फूड से दूरी बनाए रखते हैं। उनकी यह खास ‘Amitabh Bachchan diet’ ही उन्हें लंबी उम्र में भी एक्टिव और तंदरुस्त रखती है। वे सिर्फ पौष्टिक भोजन ही पसंद करते हैं।
पौष्टिक नाश्ता: ऊर्जा का स्रोत
बिग बी का नाश्ता काफी हेल्दी और पौष्टिक होता है। वह ब्रेकफास्ट में दलिया, आंवला जूस और विभिन्न प्रकार के ड्राई फ्रूट्स (सूखे मेवे) जरूर लेते हैं। यह नाश्ता उन्हें पूरे दिन के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है और उनके मेटाबॉलिज्म को भी सही रखता है। यह बॉलीवुड fitness के लिए एक शानदार उदाहरण है।
नियमित वर्कआउट प्लान: योग और प्राणायाम
82 साल की उम्र में भी अमिताभ बच्चन एक्सरसाइज करना नहीं भूलते। वह रोजाना योगासन, प्राणायाम और लाइट वेट ट्रेनिंग (हल्के वजन का व्यायाम) करते हैं। यह नियमित वर्कआउट उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखता है। एक ‘KBC host fitness’ के तौर पर उनकी सक्रियता इसी का परिणाम है।
इन चीज़ों से पूरी तरह परहेज़
अमिताभ बच्चन ने खुद कई बार बताया है कि वह खाने में चावल और चीनी से पूरी तरह दूरी बनाकर रखते हैं। इसके अलावा, वह अल्कोहल (शराब) और नॉनवेज (मांसाहारी भोजन) का भी सेवन नहीं करते। इन चीज़ों से परहेज़ उनके ‘healthy lifestyle’ का एक बड़ा कारण है।
निष्कर्ष: अनुशासन ही सफलता की कुंजी
अमिताभ बच्चन की फिटनेस सिर्फ शारीरिक व्यायाम या डाइट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक अनुशासित जीवनशैली का परिणाम है। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है और एक अनुशासित ‘healthy lifestyle’ अपनाकर हम भी लंबी उम्र तक स्वस्थ और सक्रिय रह सकते हैं। उनका जीवन हम सभी के लिए एक प्रेरणा है।