टोक्यो के ऐतिहासिक मैदान पर, जहां भारत के नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक स्वर्ण जीतकर इतिहास रचा था, एक बार फिर खेल प्रेमियों की निगाहें टिक गई हैं। विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में, भाला फेंक स्पर्धा में भारत के ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम, दोनों ने पुरुषों के जेवलिन थ्रो फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है। यह खबर ना सिर्फ खेल जगत में उत्साह का संचार कर रही है, बल्कि भारत और पाकिस्तान के बीच एक और ‘महाभिड़ंत’ की उम्मीद जगा रही है।
क्वालिफिकेशन राउंड का रोमांच: एक-एक थ्रो पर टिकी सांसें
बुधवार, 17 सितंबर 2025 को हुए क्वालिफिकेशन राउंड में एथलीट्स ने फाइनल में जगह बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी।
नीरज चोपड़ा का शानदार आगाज
भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही थ्रो में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया। उन्होंने 84.5 मीटर दूर भाला फेंककर सीधे फाइनल में अपनी जगह पक्की की। यह वही स्टेडियम है जहां नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीता था, जिससे उनकी इस प्रदर्शन की अहमियत और बढ़ जाती है।
अरशद नदीम की जोरदार वापसी
पाकिस्तान के ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम के लिए क्वालिफिकेशन का सफर थोड़ा मुश्किल रहा। शुरुआती दो कमजोर प्रयासों के बाद उन पर दबाव बढ़ गया था। पहले प्रयास में 76.99 मीटर और दूसरे में 74.17 मीटर का थ्रो करने के बाद, उन्होंने तीसरे प्रयास में अपने अनुभव का परिचय देते हुए 85.28 मीटर का शानदार थ्रो दागा। यह प्रदर्शन ऑटोमैटिक क्वालिफिकेशन मार्क से ऊपर रहा और इसी के साथ उन्होंने पुरुषों की भाला फेंक फाइनल में जगह बना ली। सोशल मीडिया पर भी उनके इस प्रभावशाली वापसी की काफी चर्चा रही, जिसमें उन्हें ‘Reigning Olympic champ… through to the final!’ कहकर सराहा गया।
अन्य एथलीटों का प्रदर्शन
- जर्मनी के जूलियन वेबर ने अपने दूसरे प्रयास में 87.21 मीटर का थ्रो दर्ज कर नीरज के बाद दूसरे एथलीट के तौर पर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया।
- केन्या के जूलियस येगो ने पहले प्रयास में 85.96 मीटर का शानदार थ्रो कर सीधे फाइनल में जगह बनाई।
- कैरेबियन देश ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने भी दूसरे प्रयास में 89.53 मीटर का थ्रो कर ऑटोमैटिक क्वालिफिकेशन मार्क को आसानी से पार किया।
- भारत के सचिन यादव ने अपने दूसरे प्रयास में 83.67 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया, जिससे उन्हें फाइनल में जगह मिलने की उम्मीदें काफी बढ़ गईं।
- हालांकि, भारत के रोहित यादव (74.51 मीटर) और यशवीर सिंह (76.21 मीटर) फाइनल में जगह बनाने से चूक गए।
खेल से बढ़कर: भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता का नया अध्याय
नीरज चोपड़ा बनाम अरशद नदीम की यह भिड़ंत सिर्फ एक खेल मुकाबला नहीं है, बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे मौजूदा रिश्तों और हालिया घटनाक्रमों के चलते इसे एक राजनीतिक रंग भी मिल गया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। क्रिकेट में एशिया कप के दौरान हैंडशेक विवाद पहले ही सुर्खियां बटोर चुका है। ऐसे में, इन दो चिर प्रतिद्वंद्वी देशों के शीर्ष एथलीटों का एक ही मैदान पर आमने-सामने आना, खेल से परे जाकर प्रतिष्ठा और राष्ट्रीय भावनाओं का प्रतीक बन गया है।
पूर्व प्रदर्शन और आगामी चुनौती
पिछली विश्व चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा ने 88.17 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था। हालांकि, पिछले साल पेरिस ओलंपिक में अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का अविश्वसनीय थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता था, जबकि नीरज 89.45 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक पर रहे थे। अब जब ये दोनों जेवलिन थ्रो के दिग्गज टोक्यो में एक बार फिर आमने-सामने होंगे, तो खेल के मैदान पर एक नया इतिहास लिखा जाएगा। नीरज के लिए यह खिताब डिफेंड करने की चुनौती होगी, और यदि वे सफल होते हैं, तो वे भाला फेंक विश्व खिताब को डिफेंड करने वाले इतिहास के केवल तीसरे एथलीट बन जाएंगे।
उत्सुकता से प्रतीक्षित फाइनल
जेवलिन थ्रो फाइनल में Neeraj Chopra और Arshad Nadeem की भिड़ंत न केवल एथलेटिक्स प्रेमियों के लिए बल्कि दोनों देशों के करोड़ों लोगों के लिए एक भावनात्मक और ऐतिहासिक क्षण होगा। इस बहुप्रतीक्षित Javelin Throw मुकाबले पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी होंगी, जहां World Athletics Championship 2025 का चैंपियन ताज पहनाया जाएगा।