त्योहारी सीज़न (Navratri) की आहट के साथ ही सोने के बाजार में एक बार फिर बंपर उछाल देखा गया है। पिछले हफ्ते से सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जिससे पीली धातु अपने रिकॉर्ड-उच्च स्तर पर पहुंच गई है। अगर आप भी इस त्योहारी सीज़न में सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं या Gold Investment के बारे में सोच रहे हैं, तो यह जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी है कि आज आपके शहर में सोने का क्या भाव है।
सोने की कीमतों में भारी उछाल: जानिए आज का 22K और 24K Gold Rate
मंगलवार, 16 सितंबर, 2025 को सोने की कीमतों में अच्छी-खासी बढ़ोतरी देखी गई। 24 कैरेट सोने की कीमत में ₹870 का इजाफा हुआ, जिसके बाद यह ₹111930 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इसी तरह, 22K Gold Rate में भी ₹800 की बढ़ोतरी हुई और अब यह ₹102600 प्रति 10 ग्राम है। वहीं, 18 कैरेट सोना ₹660 चढ़कर ₹83950 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह उछाल उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण खबर है जो सोने को एक आदर्श मुद्रास्फीति बचाव (inflation hedge) मानते हैं।
सोने की बढ़ती कीमतों के कारण
सोने की कीमतों में इस उछाल के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूत संकेतों के साथ-साथ अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद ने सोने को और मजबूत किया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी, अक्टूबर डिलीवरी के लिए सोने का वायदा भाव ₹1,10,298 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच गया। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में मौद्रिक रुख में और नरमी की उम्मीद है, जिससे सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। भारत में आने वाले त्योहारी सीज़न में भी सोने और चांदी के आभूषणों की मांग बढ़ने की उम्मीद है, जिससे कीमतें और बढ़ने की संभावना है।
सोना खरीदें या गोल्ड ETFs में लगाएं पैसा?
Gold Investment के लिए पारंपरिक रूप से भौतिक सोना (गहने, सिक्के, बिस्किट) खरीदा जाता रहा है। हालांकि, आधुनिक दौर में गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs) जैसे कई अन्य साधन भी उपलब्ध हैं। 24K Gold Rate आमतौर पर निवेश उद्देश्यों के लिए सबसे महंगा रूप है, जबकि 22K और 18K सोना मुख्य रूप से आभूषणों के लिए उपयोग किया जाता है।
क्या हैं गोल्ड ETFs?
गोल्ड ईटीएफ निवेश का एक साधन है जिसे शेयर बाजार में ट्रेड किया जाता है। यह सीधे सोने की कीमत को ट्रैक करता है, जिसका अर्थ है कि अगर बाजार में सोने की कीमत बढ़ती है, तो आपके ईटीएफ का मूल्य भी उसी अनुपात में बढ़ेगा। निवेशक डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए गोल्ड ईटीएफ खरीद सकते हैं, और इसे शेयरों की तरह कभी भी खरीदा और बेचा जा सकता है।
गोल्ड ETFs के फायदे और जोखिम
- फायदे:
- सुरक्षा: इसमें भौतिक रूप से सोना रखने की जरूरत नहीं होती, जिससे चोरी या शुद्धता की चिंता नहीं रहती।
- पारदर्शिता: इसकी कीमतें बाजार में लिस्टेड होती हैं और आसानी से ट्रैक की जा सकती हैं।
- लिक्विडिटी: इसे कभी भी बाजार में खरीदा और बेचा जा सकता है।
- जोखिम:
- ETFs स्टॉक मार्केट से जुड़ा होता है, इसलिए बाजार की अस्थिरता (volatility) का असर इस पर पड़ता है।
- इसमें फंड मैनेजमेंट चार्ज देना पड़ता है, जिससे रिटर्न थोड़ा कम हो सकता है।
दिवाली तक सोने की कीमतों का अनुमान
चंडीगढ़ ज्वैलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन राजीव सहदेव के अनुसार, दिवाली तक सोने की कीमत ₹1.20 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है। यह अनुमान भारत में सोने की बढ़ती मांग और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लगाया गया है। इस प्रकार, “Gold Rate Today” एक महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतक बना हुआ है।
प्रमुख शहरों में सोने का भाव (आज, 16 सितंबर)
देश के विभिन्न शहरों में सोने की कीमत में मामूली अंतर देखने को मिल रहा है। उदाहरण के लिए, चेन्नई में आज 24K सोने की कीमत ₹11215 प्रति ग्राम और 22K सोने की कीमत ₹10280 प्रति ग्राम है। इसी तरह, कोलकाता, नोएडा, जयपुर, अहमदाबाद, केरल और राजकोट जैसे शहरों में भी कीमतें लगभग इसी दायरे में हैं। यह जानना महत्वपूर्ण है कि Gold Price India में शहर के हिसाब से थोड़ा भिन्न हो सकता है।
निष्कर्ष
सोने में निवेश भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न अंग रहा है। मौजूदा उछाल और त्योहारी सीज़न को देखते हुए, निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए बाजार की चाल पर नज़र रखना महत्वपूर्ण है। चाहे आप भौतिक सोना खरीदें या गोल्ड ईटीएफ में निवेश करें, एक सूचित निर्णय लेना हमेशा फायदेमंद होता है।