भारतीय ऊर्जा क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी GVK Energy के अधिग्रहण के लिए बड़ी कंपनियों के बीच होड़ मची हुई है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 21 कंपनियों ने GVK Energy Limited को खरीदने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) दाखिल किया है। यह खबर सामने आने के बाद कंपनी के शेयरों में उछाल देखा गया और वे अपर सर्किट पर बंद हुए।
GVK Energy Acquisition की दौड़ में कौन-कौन?
GVK Energy के अधिग्रहण की दौड़ में कई दिग्गज औद्योगिक समूह शामिल हैं। बोलीदाताओं में प्रमुख नाम Adani Group, JSW Neo Energy, जिंदल पावर लिमिटेड, वेदांता ग्रुप, टॉरेंट पावर लिमिटेड और सरदा एनर्जी एंड मिनरल्स लिमिटेड जैसे उद्योगपति समूह शामिल हैं। आपको बता दें, GVK Energy इस समय Insolvency Proceedings से गुजर रही है। अगस्त 2024 में NCLT ने Sarda Energy की SKS Power Generation के अधिग्रहण योजना को पहले ही मंजूरी दी थी, जिससे इस क्षेत्र में उनकी रुचि साफ दिखती है।
GVK Energy क्या करती है?
GVK Energy (GVK Power & Infrastructure Limited) भारत की एक जानी-मानी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जिसका मुख्य काम एनर्जी सेक्टर में है। यह कंपनी विशेष रूप से एक Power Generation Company के रूप में काम करती है। हालांकि, पिछले कुछ सालों से यह कंपनी भारी आर्थिक दबाव का सामना कर रही है। कंपनी पर कर्ज का बोझ बहुत बढ़ गया है और उसे लगातार ऑपरेशनल लॉस हो रहा है। जून 2025 तिमाही में करीब 834 करोड़ रुपये का भारी घाटा दर्ज किया गया था। बिक्री और मुनाफे दोनों में गिरावट आई है, जिससे कंपनी के लिए अपने पुराने कर्ज और खर्चों को संभालना मुश्किल हो गया है।
GVK Energy क्यों बिक रही है?
GVK Energy के बिकने की सबसे बड़ी वजह कंपनी पर चढ़ा भारी कर्ज और लगातार हो रहा घाटा है। पिछले कई सालों में कंपनी अपने कर्ज को समय पर चुकाने में असमर्थ रही है। 2024-25 में कंपनी पर करीब 18,000 करोड़ रुपये का बकाया लोन था, और ब्याज का बोझ भी लगातार बढ़ता रहा। इसी कारण नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने ICICI बैंक और अन्य कर्जदाताओं का भुगतान न कर पाने के कारण कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया है। GVK Energy, GVK Power & Infrastructure Ltd. की सहायक कंपनी है, जो GVK Group का एक अभिन्न हिस्सा है।
शेयर बाजार पर प्रदर्शन
इस अधिग्रहण की खबर के बाद Share Market India में GVK Power & Infrastructure Ltd. के शेयर में 1.96 फीसदी की तेजी देखी गई और यह 3.64 रुपये पर अपर सर्किट के साथ बंद हुआ। हालांकि, पिछले एक साल के आंकड़ों पर गौर करें तो कंपनी के शेयर में 44.93 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
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