हाल ही में खुले Shringar House of Mangalsutra IPO ने शेयर बाजार में हलचल मचा दी है। यह आईपीओ 10 सितंबर को निवेशकों के लिए खुला था और 12 सितंबर को बंद हो गया। अगर आप भी इसमें पैसा लगाने की सोच रहे थे या भविष्य के आईपीओ (IPO) में दिलचस्पी रखते हैं, तो बाजार के दिग्गज अनिल सिंघवी की इस आईपीओ पर दी गई राय और कंपनी का पूरा विश्लेषण आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
Shringar House of Mangalsutra IPO: सब्सक्रिप्शन का हाल
इस आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। पहले दिन कुछ ही घंटों में यह पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया। पहले दिन कुल 2.01 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया गया। खुदरा निवेशकों (Retail Investors) ने सबसे ज्यादा उत्साह दिखाया और उनके हिस्से का कोटा 2.84 गुना भर गया। गैर-संस्थागत निवेशकों (Non-Institutional Investors – NII) ने भी 2.70 गुना बोली लगाई।
हालांकि, यहाँ एक महत्वपूर्ण बात यह रही कि योग्य संस्थागत खरीदारों (Qualified Institutional Buyers – QIBs) की पहले दिन गैर-मौजूदगी देखी गई, उनका हिस्सा सिर्फ 0.01 गुना सब्सक्राइब हुआ। दूसरे दिन भी उनकी उपस्थिति अपेक्षाकृत कम रही।
दूसरे दिन का सब्सक्रिप्शन स्टेटस (दोपहर 3 बजे तक):
- QIB: 0.10x
- NII: 11.24x
- रिटेल: 8.13x
- कुल: 6.52x
कंपनी ने आईपीओ खुलने से ठीक पहले 9 सितंबर को एंकर निवेशकों से ₹120.18 करोड़ जुटाए थे, जो एक सकारात्मक संकेत माना जाता है।
अनिल सिंघवी की राय: ‘लगाओ पैसा!’
बाजार के जाने-माने विशेषज्ञ अनिल सिंघवी ने इस IPO review पर अपनी साफ राय दी है। उनका कहना है कि निवेशकों को लिस्टिंग गेन (listing gain) और लंबी अवधि दोनों के लिए इस आईपीओ में पैसा लगाना चाहिए। उनकी यह ‘लगाओ पैसा’ की सलाह उन निवेशकों के लिए एक बड़ा संकेत है जो Anil Singhvi IPO एनालिसिस पर भरोसा करते हैं।
कंपनी की खूबियां (Positives)
कंपनी में निवेश के कई मजबूत कारण दिखते हैं:
- अनुभवी प्रमोटर: कंपनी के प्रमोटरों को तीन पीढ़ियों का लंबा अनुभव है, जो मजबूत नेतृत्व का प्रतीक है।
- मजबूत बाज़ार स्थिति: मंगलसूत्र सेगमेंट में कंपनी की मजबूत पकड़ है, इसका बाज़ार में 6% हिस्सा है। यह एक विशिष्ट Mangalsutra business है।
- वित्तीय ट्रैक रिकॉर्ड: पिछले तीन सालों में कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन काफी मजबूत रहा है, जो इसकी स्थिरता को दर्शाता है।
- अच्छी ग्रोथ प्लानिंग: कंपनी की देश के 42 शहरों में विस्तार की ठोस योजनाएं हैं, जो भविष्य की वृद्धि का संकेत देती हैं।
- उचित मूल्यांकन: कंपनी का वैल्यूएशन उचित लग रहा है और इसमें आगे बढ़ने की अच्छी गुंजाइश है।
- कोई कानूनी मुद्दा नहीं: कंपनी या उसके प्रमोटरों के खिलाफ कोई बड़ा कानूनी मामला नहीं है।
जोखिम के कारक (Negatives)
हर निवेश की तरह, इस आईपीओ में भी कुछ जोखिम हैं जिन्हें समझना ज़रूरी है:
- उच्च कार्यशील पूंजी: कंपनी को अपने कामकाज के लिए बड़ी कार्यशील पूंजी (working capital) की जरूरत होती है।
- सोने की कीमतों का असर: सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव कंपनी के मुनाफे पर सीधा असर डाल सकता है।
- महाराष्ट्र पर निर्भरता: कंपनी का 49% रेवेन्यू सिर्फ महाराष्ट्र से आता है, जो एक भौगोलिक जोखिम हो सकता है।
मैनेजमेंट ने क्या कहा?
कंपनी के मैनेजमेंट ने अपनी बातचीत में कई अहम बातें बताईं। उन्होंने पुष्टि की कि उनका मार्केट शेयर 6% है और कई बड़े ज्वेलरी ब्रांड उनके ग्राहक हैं, जिनमें जोयालुक्कास (Joyalukkas), तनिष्क (Tanishq) और मालाबार गोल्ड (Malabar Gold) जैसी कंपनियां शामिल हैं।
कंपनी का मुख्य फोकस अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को बढ़ाना है, जिसके लिए आईपीओ से जुटाए गए ज़्यादातर पैसे को कैपेक्स (पूंजीगत व्यय) में लगाया जाएगा। गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव से बचने के लिए कंपनी ने अपनी 50% पोजीशन को हेज (hedge) कर रखा है। B2B (Business-to-Business) सेगमेंट में होने के कारण कंपनी का कैश फ्लो थोड़ा नेगेटिव रह सकता है, लेकिन बिक्री और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने पर उनका पूरा ध्यान है।
निवेशकों के लिए निष्कर्ष: क्या यह एक अच्छा IPO Investment है?
कुल मिलाकर, ‘श्रृंगार हाउस ऑफ मंगलसूत्र’ का आईपीओ एक मजबूत निवेश का मौका लगता है। भले ही कुछ चिंताएं हों, जैसे कि महाराष्ट्र पर निर्भरता और सोने की कीमतों का जोखिम, लेकिन कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति, अनुभवी मैनेजमेंट और ठोस विस्तार की योजनाओं से भविष्य उज्ज्वल दिखता है। अनिल सिंघवी की पॉजिटिव राय और शुरुआती सब्सक्रिप्शन के अच्छे आंकड़ों को देखते हुए, निवेशक इसमें पैसा लगाने पर विचार कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है जो ज्वेलरी सेक्टर में एक स्थापित खिलाड़ी में निवेश करना चाहते हैं।