क्या आपको थोड़ी दूर चलने में ही सांस फूलने लगती है? या फिर कुछ कदम तेज चलने के बाद आपके सीने में हल्का दर्द महसूस होता है, जो धीरे-धीरे बढ़ जाता है? अगर हाँ, तो यह सामान्य बात नहीं है और आपको इसे बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। आपका शरीर इन लक्षणों के ज़रिए आपकी सेहत के बारे में कुछ गंभीर संकेत दे रहा है।
रोजाना टहलना और सेहत का सच
डॉक्टर अक्सर स्वस्थ रहने के लिए रोज़ाना कम से कम 30-45 मिनट ब्रिस्क वॉकिंग यानी तेज कदमों से चलने की सलाह देते हैं। यह सलाह हृदय को स्वस्थ रखने, शुगर कंट्रोल करने और मोटापा कम करने में बेहद सहायक होती है। लेकिन, अगर आप टहलने निकले और एक मिनट की तेज चाल के बाद ही आपके सीने में हल्का दर्द होने लगा, और 10 मिनट होते-होते यह दर्द बढ़ गया, साथ ही आपको चक्कर आने लगे और breathlessness (सांस फूलना) भी महसूस होने लगी, तो यह वाकई चिंता का विषय है।
इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें!
अगर आपको चलते समय बार-बार chest pain, चक्कर आना या सांस फूलने जैसी समस्या हो रही है, तो यह आपकी heart health के लिए चेतावनी हो सकती है। यह walking difficulty कई बड़ी लेकिन छिपी हुई दिक्कतों की ओर इशारा कर सकती है। अक्सर हम इन छोटे-छोटे संकेतों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जो भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
छिपी हुई बीमारियाँ और उनके संकेत
चलते समय चक्कर आने की मुख्य वजह हाई बीपी (High Blood Pressure) या अनकंट्रोल्ड डायबिटीज (Uncontrolled Diabetes) हो सकती है। इसके अलावा, अगर आपको diabetes symptoms के साथ-साथ ये परेशानियां भी हो रही हैं, तो यह और भी गंभीर हो सकता है। यह सिर्फ हाई बीपी या डायबिटीज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हृदय संबंधी किसी गंभीर बीमारी का शुरुआती संकेत भी हो सकता है। इसलिए, इन लक्षणों को केवल थकान मानकर टालना बेहद खतरनाक हो सकता है।
कब करें डॉक्टर से संपर्क और कौन से टेस्ट हैं ज़रूरी?
अगर आपको 1 मिनट, 10 मिनट या 1 घंटा चलने पर भी उपरोक्त दिक्कतें महसूस होती हैं, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें। एक अनुभवी चिकित्सक ही आपको इन दिक्कतों के मूल कारण को समझने में मदद कर सकते हैं और सही सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार कुछ ज़रूरी टेस्ट की सलाह दे सकते हैं, जैसे ईसीजी (ECG), ब्लड टेस्ट (Blood Test) जिसमें शुगर और कोलेस्ट्रॉल शामिल हो, और ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) की नियमित जाँच। ये टेस्ट छिपी हुई बीमारियों का पता लगाने में महत्वपूर्ण होते हैं।
अपनी सेहत को प्राथमिकता दें
याद रखें, स्वस्थ जीवनशैली अपनाना जितना ज़रूरी है, उतना ही ज़रूरी है शरीर द्वारा दिए गए संकेतों को समझना। अपनी सेहत को लेकर लापरवाही न बरतें। समय पर चिकित्सा सलाह और सही इलाज से आप कई गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।