बॉलीवुड की दुनिया में कई ऐसी फ़िल्में हैं, जो अपने दौर में न सिर्फ़ सुपरहिट रहीं बल्कि आज भी ‘Bollywood classic’ का दर्जा रखती हैं। आज जहां फ़िल्में बड़े-बड़े बजट में बनती हैं, वहीं 36 साल पहले एक ऐसी ‘low budget film’ आई थी, जिसने सिर्फ़ 12 लाख रुपये के बजट में बनकर बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था। इस फिल्म ने न सिर्फ़ करोड़ों कमाए, बल्कि दर्शकों का दिल भी जीता और ढेरों पुरस्कार भी अपने नाम किए। हम बात कर रहे हैं फिल्म निर्माता और निर्देशक ‘VVC’ (विधु विनोद चोपड़ा) की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘Parinda’ की, जिसके सेट पर एक अविश्वसनीय घटना घटी थी – जब ‘Jackie Shroff’ ने अपने सह-कलाकार ‘Anil Kapoor’ को एक-दो नहीं, बल्कि पूरे 17 बार थप्पड़ मारे थे। क्या था इस घटना के पीछे का माजरा, और कैसे एक ‘low budget film’ ने इतिहास रचा, आइए जानते हैं।
‘परिंदा’: 12 लाख का कमाल, 9 करोड़ की कमाई!
यह फिल्म कोई और नहीं, बल्कि ‘Parinda’ थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। फिल्म की असली खासियत थी इसके ‘behind the scenes’ की वह कहानी, जब ‘Jackie Shroff’ ने ‘Anil Kapoor’ को 17 थप्पड़ जड़े थे। निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा ने अपनी पिछली फिल्म ‘खामोश’ (1985) के फ्लॉप होने के बाद ‘Parinda’ बनाने का फैसला किया। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था, ‘हमने पूरी फिल्म सिर्फ 12 लाख रुपये के बजट में बनाई, जो उस स्तर की मूवी के लिए बहुत कम था।’ लेकिन, इसी कमी ने फिल्म को एक नई पहचान दी। बिना किसी आर्टिफिशियल सेट के, लोकेशन, भीड़ और शूटिंग सब कुछ असली मुंबई में हुआ, जिसने फिल्म को यथार्थवादी बनाया।
यथार्थवाद का टर्निंग पॉइंट
‘Parinda’ की कहानी दो भाइयों के इर्द-गिर्द घूमती है, जहाँ एक अपराध की दुनिया में फंस जाता है और दूसरा सही रास्ते पर रहने की कोशिश करता है। ‘Jackie Shroff’, ‘Anil Kapoor’, नाना पाटेकर और माधुरी दीक्षित जैसे सितारों की दमदार कास्ट ने इसे अमर बना दिया। 1989 में रिलीज हुई ‘Parinda’ सुपरहिट रही और इसकी ‘film success’ ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। यह फिल्म हिंदी सिनेमा में यथार्थवाद (realism) लाने का एक महत्वपूर्ण टर्निंग पॉइंट साबित हुई।
जब जैकी ने अनिल को जड़े थे 17 थप्पड़
फिल्म में एक सीन था जहां ‘Jackie Shroff’ के किरदार को ‘Anil Kapoor’ को थप्पड़ मारना था। लेकिन निर्देशक ‘VVC’ को परफेक्शन चाहिए था। एक पुराने इंटरव्यू में जैकी श्रॉफ ने खुलासा किया था, ‘पहला शॉट ओके हो गया, अनिल का एक्सप्रेशन भी सही था। लेकिन डायरेक्टर ने कहा, ‘नहीं, एक और चाहिए।’ मैंने फिर थप्पड़ मारा, फिर कहा, ‘एक और…’ इस तरह 17 बार थप्पड़ मारना पड़ा।’ जैकी श्रॉफ ने जोर देकर कहा था कि हवा में थप्पड़ मारने से रिएक्शन नहीं आता, असली थप्पड़ ही सीन को रियल बनाता है। यह ‘behind the scenes’ घटना आज भी याद की जाती है।
विधु विनोद चोपड़ा के तीन किरदार और कई अवार्ड
खास बात यह भी है कि ‘VVC’ ने ‘Parinda’ में केवल निर्देशन और निर्माण ही नहीं किया, बल्कि इसकी स्क्रिप्ट भी खुद ही लिखी थी, यानी उन्होंने एक साथ तीन भूमिकाएं निभाईं। ‘VVC’ के निर्देशन में बनी ‘Parinda’ को 37वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 2 अवार्ड मिले थे। 3 नवंबर 1989 में रिलीज हुई इस ‘Bollywood classic’ में माधुरी दीक्षित, ‘Anil Kapoor’ और ‘Jackie Shroff’ जैसे सितारे लीड रोल में थे, लेकिन नाना पाटेकर ने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का अवार्ड अपने नाम किया था। इसके अलावा, फिल्म की बेस्ट एडिटिंग के लिए रेनू सलूजा को भी अवार्ड मिला। फिल्मफेयर अवार्ड्स में ‘Parinda’ ने 5 ट्रॉफियां जीतीं, जो इसकी ‘film success’ का प्रमाण है। यह फिल्म साबित करती है कि कम बजट और शानदार कहानी के साथ समर्पण हो, तो इतिहास रचा जा सकता है।