सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन, यानी 5 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में दिनभर जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला। वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के बावजूद, घरेलू बाजार ने शुरुआती तेजी गंवाई और अंत में सपाट स्तर पर बंद हुआ। निवेशकों ने दिनभर मुनाफावसूली और खरीदारी के बीच सामंजस्य बिठाने की कोशिश की, जिससे बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना रहा।
सकारात्मक वैश्विक संकेतों के साथ हुई शुरुआत
घरेलू शेयर बाजार ने शुक्रवार को मजबूत शुरुआत की। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 294 अंकों की तेजी के साथ 81012 के स्तर पर खुला, जबकि एनएसई का 50 स्टॉक्स वाला बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 ने दिन की शुरुआत 84 अंक ऊपर 24818 के स्तर से की। यह तेजी मुख्य रूप से वैश्विक बाजारों में बढ़त से प्रेरित थी, जहां एशियाई बाजारों में मजबूती दर्ज की गई और अमेरिकी शेयर बाजार में एसएंडपी 500 रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ था। गुरुवार को भारतीय बाजार भी मामूली लाभ के साथ बंद हुए थे, जिसमें सेंसेक्स 80,718.01 और निफ्टी 24,734.30 पर बंद हुआ था।
दिनभर की उठापटक और बाजार की चाल
हालांकि, यह शुरुआती चमक दिनभर बरकरार नहीं रह सकी। सुबह 9:50 बजे तक, शुरुआती तेजी में सुस्ती आने लगी और सेंसेक्स 81000 के नीचे आ गया, जो 162 अंक ऊपर 80880 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी भी 24832 का स्तर छूने के बाद 40 अंक ऊपर 24777 पर था।
सुबह 11:00 बजे तक, बाजार ने अपनी शुरुआती बढ़त पूरी तरह गंवा दी और लाल निशान पर आ गया। सेंसेक्स एक समय 81036 पर था, जो 219 अंक नीचे 80498 पर आ गया। निफ्टी भी 24832 का लेवल टच करने के बाद 49 अंक नीचे 24685 पर था। दोपहर 12:35 बजे तक, गिरावट और तेज हुई। सेंसेक्स 338 अंक नीचे 80378 पर आ गया था, जबकि निफ्टी 96 अंक गिरकर 24637 पर पहुंच गया था। इस दौरान आईटीसी 2 प्रतिशत से अधिक टूटकर टॉप लूजर्स में शामिल था, साथ ही टीसीएस, एचसीएल टेक, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा जैसे आईटी स्टॉक्स भी गिरावट दर्ज कर रहे थे।
हालांकि, दोपहर 2:00 बजे के आसपास बाजार ने एक बार फिर गियर बदला और तेजी के ट्रैक पर लौट आया। सेंसेक्स 92 अंक ऊपर 80810 पर और निफ्टी 36 अंक बढ़कर 24771 पर पहुंच गया था, जिससे निवेशकों में कुछ राहत दिखी।
बाजार का अंतिम पड़ाव: सपाट क्लोजिंग
दिनभर की इस भारी उतार-चढ़ाव के बाद, भारतीय शेयर बाजार लगभग सपाट स्तर पर बंद हुआ। नेशनल एक्सचेंज का निफ्टी 6.70 अंक या 0.03 प्रतिशत की मामूली तेजी के साथ 24741 पर बंद हुआ। वहीं, सेंसेक्स 7.25 अंक या 0.01 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 80,710.76 अंक पर बंद हुआ। यह दिखाता है कि दिनभर की खरीद और बिकवाली के बावजूद, बाजार अंततः लगभग वहीं लौट आया, जहां से उसने शुरुआत की थी।
आज के प्रमुख शेयर: कौन चमका, कौन फिसला?
सेंसेक्स की टॉप 30 कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सबसे अधिक तेजी देखने को मिली, यह ऑटो स्टॉक 2 प्रतिशत से अधिक की उछाल के साथ बंद हुआ। इसके अलावा, मारुति, रिलायंस, पावरग्रिड, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, और बजाज फिनसर्व के शेयरों में भी उछाल दर्ज की गई।
दूसरी ओर, आईटीसी, एचसीएल टेक, टीसीएस, टेक महिंद्रा, एसबीआई और बीईएल जैसे शेयरों में गिरावट देखने को मिली, जो बाजार पर दबाव बनाने वाले प्रमुख कारक रहे।
वैश्विक बाजारों का हाल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जापान में वाहन आयात शुल्क को 15 प्रतिशत तक कम करने के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद एशियाई बाजारों में शुक्रवार को तेजी के साथ कारोबार हुआ। जापान का निक्केई 225 0.97 प्रतिशत और टॉपिक्स 0.86 प्रतिशत बढ़ा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.27 प्रतिशत और कोस्डैक 0.35 प्रतिशत मजबूत हुआ। अमेरिकी शेयर बाजार गुरुवार को हाई लेवल पर बंद हुए थे, जिसमें डॉऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.77 प्रतिशत बढ़कर 45,621.29 पर, एसएंडपी 500 0.83 प्रतिशत बढ़कर 6,502.08 पर और नैस्डैक कंपोजिट 0.98 फीसदी की बढ़त के साथ 21,707.69 के स्तर पर बंद हुआ था।
कच्चा तेल और सोना
कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट आई, क्योंकि निवेशकों ने ओपेक की आगामी बैठक का इंतजार किया। ब्रेंट क्रूड वायदा 0.27 प्रतिशत गिरकर 66.81 डॉलर प्रति बैरल पर, जबकि यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 0.24 प्रतिशत गिरकर 63.33 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। वहीं, सोने की कीमतों में तीसरे साप्ताहिक लाभ की ओर अग्रसर रही। स्पॉट गोल्ड की कीमत 0.2 प्रतिशत बढ़कर 3,552.66 डॉलर प्रति औंस हो गई, जिससे इस सप्ताह 3 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जो जून के मध्य से सबसे अधिक है।