उत्तर प्रदेश की राजनीति में बयानों का सिलसिला अक्सर सुर्खियां बटोरता रहता है, और हाल ही में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अफजाल अंसारी ने एक ऐसा ही विवादित बयान देकर राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिना उन पर तीखा हमला बोला है, जिसमें उनके पारिवारिक जीवन को आधार बनाया गया है।
अफजाल अंसारी का विवादास्पद बयान
गाजीपुर में मीडिया से बात करते हुए सपा सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि देश की राजनीति में विपक्षी दलों को ‘परिवारवादी पार्टी’ बताकर बदनाम करने की कोशिश की जाती है, जबकि परिवार का होना कोई कमी नहीं, बल्कि सौभाग्य की बात है। उन्होंने कांग्रेस, सपा और राजद जैसी पार्टियों को लगातार परिवारवादी कहा जाता है, लेकिन यह नसीब की बात है।
अंसारी यहीं नहीं रुके, उन्होंने प्रसिद्ध कूटनीतिज्ञ चाणक्य का हवाला देते हुए कहा कि जिसके पास अपना परिवार नहीं होता, वह दूसरे के परिवार के दर्द को समझ ही नहीं सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि दिल्ली में बैठे मालिक (प्रधानमंत्री) का कोई परिवार नहीं है। वे केवल ‘लाइसेंसी परिवार’ की बात करते हैं, लेकिन ‘गैर लाइसेंसी परिवार’ की तकलीफों को नहीं समझ सकते।
मुख्यमंत्री योगी पर भी साधा निशाना
सपा सांसद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला बोलने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि जो उत्तर प्रदेश में बैठे हैं, उनके पास भी अपना कोई परिवार नहीं है और यह उनका दुर्भाग्य है। अफजाल अंसारी ने विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि ऊपर वाले ने इन्हें औलाद तक नहीं दी, तो ये औलाद का दर्द क्या जानेंगे? उन्होंने एक बार फिर चाणक्य का जिक्र करते हुए कहा कि इस संसार में जिसका परिवार न हो, उसे राजा नहीं बनाना चाहिए।
गरमाया राजनीतिक माहौल और सियासी मायने
अफजाल अंसारी के इस बयान ने एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। यह बयान सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला माना जा रहा है। गौरतलब है कि मोदी और योगी दोनों ही अविवाहित हैं, और विपक्ष अक्सर इस मुद्दे को राजनीतिक बहस में उठाता रहा है।
अंसारी का यह ‘परिवारवाद’ पर दिया गया बयान ऐसे समय पर आया है, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार विपक्षी दलों को ‘परिवारवाद’ का प्रतीक बताकर जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी स्वयं कई बार सार्वजनिक मंचों से कांग्रेस, सपा और राजद जैसी पार्टियों पर परिवारवाद का आरोप लगाते रहे हैं। ऐसे में अफजाल अंसारी का यह पलटवार आगामी चुनावों और राजनीतिक बहसों में एक नया मोड़ ला सकता है। इस बयान के बाद सियासी बयानबाजी और तेज होने की पूरी संभावना है, जिससे उत्तर प्रदेश की राजनीति का पारा और चढ़ेगा।