महारत्न कंपनी गेल इंडिया ने अपने दीर्घकालिक निवेशकों को मालामाल कर दिया है। पिछले 20 सालों में, इस सरकारी कंपनी के शेयरों में सिर्फ 1 लाख रुपये का निवेश अब 46 लाख रुपये से भी अधिक हो गया है। यह असाधारण रिटर्न मुख्य रूप से कंपनी द्वारा दिए गए बोनस शेयरों का परिणाम है, जिसने निवेशकों की संपत्ति को कई गुना बढ़ा दिया। आइए जानते हैं कैसे गेल इंडिया ने अपने शेयरधारकों के लिए ऐसा चमत्कार किया।
1 लाख रुपये के ऐसे बन गए 46 लाख से ज्यादा
गेल इंडिया के शेयरों का सफर वाकई दिलचस्प रहा है। 2 सितंबर 2005 को, जब शेयर की कीमत 29.61 रुपये थी, उस समय अगर किसी निवेशक ने 1 लाख रुपये लगाए होते, तो उसे कुल 3376 शेयर मिलते। अगले दो दशकों में, कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 5 बार बोनस शेयर दिए। इन बोनस शेयरों को जोड़ने के बाद, मूल 3376 शेयरों की संख्या बढ़कर 27006 पहुंच जाती है। 29 अगस्त 2025 को बीएसई पर गेल इंडिया के शेयर 173.10 रुपये पर बंद हुए, जिससे इन 27006 शेयरों का मौजूदा मूल्य 46.74 लाख रुपये हो गया। यह आंकड़ा दर्शाता है कि कैसे धैर्य और सही निवेश रणनीति से बड़ी संपत्ति बनाई जा सकती है। कंपनी के शेयरों का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 245.10 रुपये और न्यूनतम स्तर 150.60 रुपये रहा है।
गेल इंडिया ने कब-कब दिए बोनस शेयर?
गेल इंडिया ने अपने निवेशकों को समय-समय पर बोनस शेयरों का तोहफा देकर उनकी वफादारी का सम्मान किया है। पिछले 20 सालों में कंपनी ने कुल 5 बार बोनस शेयर बांटे हैं, जिन्होंने निवेशकों की पूंजी को कई गुना बढ़ाने में मदद की:
- अक्टूबर 2008: कंपनी ने 1:2 के अनुपात में बोनस शेयर दिए, जिसका मतलब था हर 2 शेयरों पर 1 अतिरिक्त शेयर।
- मार्च 2017: इस साल कंपनी ने 1:3 के अनुपात में बोनस शेयर बांटे, यानी हर 3 शेयरों पर 1 बोनस शेयर।
- मार्च 2018: ठीक पिछले साल की तरह, कंपनी ने फिर से 1:3 के अनुपात में बोनस शेयर दिए।
- जुलाई 2019: यह एक बड़ा कदम था जब कंपनी ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर दिए, यानी हर 1 शेयर पर 1 मुफ्त शेयर।
- सितंबर 2022: कंपनी ने अपना सबसे हालिया बोनस शेयर 1:2 के अनुपात में दिया, जिसका अर्थ था हर 2 शेयरों पर 1 अतिरिक्त शेयर।
गेल इंडिया का यह प्रदर्शन लंबी अवधि के निवेश के महत्व और बोनस शेयरों के प्रभाव को बखूबी दर्शाता है। ऐसे निवेश न केवल मौजूदा पूंजी को बढ़ाते हैं, बल्कि भविष्य के लिए भी मजबूत वित्तीय नींव तैयार करते हैं।