हाल ही में वैश्विक संकेतों और कुछ अहम व्यापारिक फैसलों के चलते भारतीय शेयर बाजारों में तेज गिरावट देखने को मिली है। एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सरकार द्वारा भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की खबरों ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है, जिससे बाजार अहम स्तरों से नीचे फिसल गए हैं।
पिछले सत्र में, निफ्टी गिरावट के साथ 24750 के नीचे बंद हुआ, जो अगस्त के मध्य के बाद का सबसे निचला स्तर था। बाजार में इस वजह से निवेशकों का सेंटीमेंट कमजोर हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार के लिए अब कुछ स्तर बेहद अहम हो गए हैं। अगर ये स्तर टूटते हैं, तो बाजार और नीचे जा सकता है। ग्लोबल संकेतों और एक्सपायरी सेशन को देखते हुए, आने वाले सत्रों में बाजार में तेज उतार-चढ़ाव संभव है।
निफ्टी के लिए महत्वपूर्ण सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तर
विभिन्न बाजार विशेषज्ञों ने निफ्टी के लिए कुछ बेहद अहम स्तरों पर प्रकाश डाला है, जिनके टूटने पर बाजार और नीचे जा सकता है:
- नागराज शेट्टी (HDFC सिक्योरिटीज) के अनुसार: निफ्टी के लिए छोटी अवधि के ट्रेंड कमजोर बने हुए हैं। उनके मुताबिक, निफ्टी के लिए मुख्य सपोर्ट स्तर 24,600 और 24,400 पर हैं। हालांकि, यदि निफ्टी किसी भी कारण से 24,900 के ऊपर स्थिरता हासिल करता है, तो निकट भविष्य में शॉर्ट कवरिंग की संभावना बढ़ सकती है।
- रूपक डे (LKP सिक्योरिटीज) ने कहा: जब तक निफ्टी 24,850 के नीचे कारोबार करता है, तब तक उस पर बिकवाली का दबाव बना रहेगा। अगर यह दबाव बढ़ता है, तो करेक्शन 24,150 तक के स्तर खोल सकता है।
- नंदिश शाह (HDFC सिक्योरिटीज) ने बताया: यदि गिरावट आने पर निफ्टी 24,673 के नीचे गिरता है, तो यह और नीचे 24,340 के अगले सपोर्ट की ओर फिसल सकता है। ऊपर की ओर, 24,900 निफ्टी के लिए मौजूदा रेजिस्टेंस का काम करेगा।
- ओम मेहरा (सैम्को सिक्योरिटीज) के अनुसार: निफ्टी के लिए सपोर्ट 24,600 (जो कि 100-SMA है) और 24,500 पर है, जबकि रेजिस्टेंस 24,900-25,000 के आसपास है। जब तक इंडेक्स इन स्तरों को वापस हासिल नहीं करता, तब तक बाजार का आउटलुक कमजोर ही रहेगा।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, बाजार में मौजूदा सेंटीमेंट कमजोर बना हुआ है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और इन महत्वपूर्ण स्तरों पर नजर रखें। किसी भी बड़े बदलाव के लिए वैश्विक संकेतों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर ध्यान देना जरूरी होगा।
डिस्क्लेमर: यहां दिए गए विचार और सलाह विशेषज्ञ और ब्रोकरेज फर्मों के अपने निजी विचार हैं। वेबसाइट या प्रबंधन इसके प्रति जिम्मेदार नहीं है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या प्रमाणित विशेषज्ञ से राय जरूर लें।