भारतीय रेलवे के ऑनलाइन टिकटिंग सेवा प्रदाता, आईआरसीटीसी (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) देश भर के यात्रियों के लिए यात्रा को सुगम और आधुनिक बनाने का महत्वपूर्ण माध्यम बन चुका है। हाल ही में आईआरसीटीसी ने यात्रियों के हित में कई नई घोषणाएँ और बदलाव किए हैं, जिससे इसकी सेवाएँ सुर्खियों में हैं।
इंडियन रेलवे द्वारा त्योहारी सीजन को देखते हुए यात्रियों को राहत देने हेतु ‘राउंड ट्रिप पैकेज’ पर 20% की विशेष छूट देने की घोषणा की गई है। यह छूट 14 अगस्त 2025 से बुकिंग पर उपलब्ध होगी, वहीं यात्रा की तारीखें 17 नवंबर से 1 दिसंबर 2025 के बीच रहेंगी। रिटर्न टिकट पर मिलने वाली यह छूट फिलहाल प्रायोगिक आधार पर प्रस्तावित की गई है। खास बात यह है कि इस योजना में टिकट के लिए आमतौर पर लागू 60 दिन पहले आरक्षण की शर्त भी नहीं रहेगी।
इस योजना के अंतर्गत, यात्री आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट ऐप का उपयोग कर “Festival Round Trip” विकल्प चुनकर अपनी onward एवं return जर्नी की दोनों टिकटें बुक कर सकते हैं। बुकिंग के समय सभी यात्रियों का विवरण देना अनिवार्य रहेगा, क्योंकि बाद में इसमें कोई बदलाव नहीं किया जा सकेगा। टिकट का कन्फर्मेशन मिलने के बाद वापसी टिकट के लिए 20% की छूट स्वचालित रूप से लागू हो जाएगी। इस सुविधा का उद्देश्य त्योहारों के दौरान भीड़-भाड़ को नियंत्रित करते हुए यात्रियों को किफायती यात्रा उपलब्ध कराना है।
हाल ही में आईआरसीटीसी ने टत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में बदलाव किया है। अब तत्काल टिकटों पर प्राथमिकता केवल उन्हीं यात्रियों को मिलेगी, जिन्होंने अपना आधार कार्ड अपने आईआरसीटीसी खाते से लिंक किया हुआ है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम टिकट बुकिंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और एजेंटों द्वारा होने वाली अनियमितताओं को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
आईआरसीटीसी के डेटा के अनुसार, गत महीनों में 2.5 करोड़ से अधिक निष्क्रिय यूजर आईडी को डिएक्टिवेट किया गया है, जिससे प्लेटफॉर्म पर फर्जी अकाउंट्स तथा स्कैम की संभावना में कमी आई है। तकनीकी विश्लेषकों का कहना है कि ऐसी कार्रवाई प्रणाली की विश्वसनीयता को मजबूत करेगी।
हालांकि, मंगलवार को आईआरसीटीसी की वेबसाइट और मोबाइल ऐप में तकनीकी गड़बड़ी के कारण यात्रियों को टिकट बुकिंग में कठिनाई का सामना करना पड़ा। दर्जनों यात्रियों ने सोशल मीडिया पर शिकायतें दर्ज कीं, जिसमें लॉगिन और पेमेंट फेल होने की समस्याएँ सामने आईं। स्वतंत्र ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म्स ने भी सर्वर डाउन होने की पुष्टि की, जिससे लाखों यात्रियों को असुविधा हुई। अभी तक इस संबंध में आईआरसीटीसी की ओर से औपचारिक बयान जारी नहीं हुआ है।
वित्तीय मोर्चे पर भी आईआरसीटीसी निवेशकों के बीच चर्चा में है। अगस्त 2025 के इस सप्ताह में निगम द्वारा डिविडेंड की घोषणा की गई, साथ ही अन्य कंपनियों के साथ शेयरों के स्टॉक स्प्लिट जैसे कॉर्पोरेट कार्यवाहियाँ हुईं। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे फैसले निवेशकों के लिए मुनाफे और शेयर बाज़ार की तरलता में इज़ाफा ला सकते हैं।
आईआरसीटीसी द्वारा अपनाए गए ये नए नियम और योजनाएँ यात्रियों की यात्रा और निवेशकों की रणनीतियों को प्रभावित कर रहे हैं। आगामी त्योहार सीजन में इसकी सेवाओं की मांग बढ़ने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि बेहतर तकनीकी तैयारी, पारदर्शी प्रक्रिया और यात्रियों की सुरक्षा के लिए निरंतर सुधार आईआरसीटीसी को और अधिक विश्वसनीय बना सकते हैं। साथ ही, उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में यात्रियों को और अधिक डिजिटल सुविधाएँ और योजनाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे भारतीय रेल यात्रा और अधिक सहज हो सकेगी।