DFB-Pokal, जिसे जर्मन कप भी कहा जाता है, जर्मनी का प्रसिद्ध नॉकआउट फुटबॉल टूर्नामेंट है, जिसका वार्षिक आयोजन जर्मन फुटबॉल संघ (DFB) द्वारा किया जाता है। यह प्रतियोगिता अपनी ऐतिहासिक प्रतिष्ठा, जन आकर्षण और अप्रत्याशित परिणामों के लिए जानी जाती है।
इस कप की शुरुआत 1935 में “Tschammer Pokal” के नाम से हुई थी। प्रथम विजेता 1. एफसी नूर्नबर्ग रही। द्वितीय विश्व युद्ध के कारण प्रतियोगिता कुछ वर्षों के लिए स्थगित रही, लेकिन 1952-53 में DFB-Pokal के रूप में पुनः आरंभ किया गया। पश्चिम जर्मनी में इसका पुनर्निर्माण हुआ, जबकि पूर्वी जर्मनी ने FDGB-Pokal नामक अलग प्रतियोगिता शुरू की थी। दोनों प्रतियोगिताएँ जर्मनी के एकीकरण के बाद एक हो गईं।
DFB-Pokal में कुल 64 टीमें भाग लेती हैं। इसमें बुंडेसलीगा और 2. बुंडेसलीगा की सभी 36 टीमें, 3. लीगा की शीर्ष चार टीमें, 21 क्षेत्रीय एसोसिएशन कप विजेता, तथा तीन अतिरिक्त क्षेत्रीय टीमें शामिल होती हैं। इसका प्रारूप पूरी तरह से नॉकआउट है—हारने वाली टीम प्रतियोगिता से बाहर हो जाती है।
प्रत्येक सत्र अगस्त से मई तक चलता है और फाइनल मैच बर्लिन के प्रतिष्ठित ओलंपिक स्टेडियम में आयोजित होता है। नियमों के अनुसार यदि मुकाबला 90 मिनट में ड्रॉ रहता है, तो अतिरिक्त समय मिलता है और आवश्यकता पड़ने पर पेनल्टी शूटआउट से विजेता तय होता है। विशेष बात यह है कि शुरूआती दौर में शौकिया (अमॅचर) टीमों को घरेलू मैदान पर खेलने का अवसर मिलता है, जिससे उलटफेर की रोमांचक संभावनाएं बनती रहती हैं।
इतिहास में कई बार छोटी लीग की टीमों ने ऊँची रैंक वाली बुंडेसलीगा टीमों को हराकर विशाल उलटफेर किए हैं। 1974 में वीएफबी एपिंगन ने हैम्बर्ग एसवी को हराकर “मदर ऑफ ऑल कप अपसेट्स” रचा, वहीं 2000 में 1. एफसी माग्देबुर्ग चौथी डिविजन की टीम होते हुए दो बुंडेसलीगा क्लब को हराने वाली पहली टीम बनी। ऐसी घटनाएँ DFB-Pokal को असाधारण बना देती हैं।
बायर्न म्यूनिख ने अब तक रिकॉर्ड 20 बार यह टूर्नामेंट जीता है, जो इसे सर्वाधिक सफल क्लब बनाता है। वर्ष 2025 में VfB Stuttgart ने अर्मिनिया बिलिफ़ेल्ड को 4-2 से हराकर चौथी बार खिताब अपने नाम किया।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कप दूसरे सबसे महत्वपूर्ण जर्मन क्लब खिताब के रूप में देखा जाता है—पहला स्थान बुंडेसलीगा का है। इसकी लोकप्रियता का कारण यह भी है कि इसमें छोटी टीमों को राष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित करने का मौका मिलता है, जिससे नए खिलाड़ियों और क्लबों के उभरने की संभावनाएं भी बनती हैं।
आगामी सीजन में फुटबॉल प्रेमियों को नए ट्विस्ट, रोमांचक मैचों और कुछ नए चैंपियनों की आशा है। DFB-Pokal का हर संस्करण उम्मीदों और उत्साह से भरा होता है, और यही इसकी सबसे बड़ी खासियत है।